मीरजापुर। जिले में कोविडरोधी वैक्सीन लगने के बाद सम्बन्धित व्यक्ति के शरीर में कितनी एण्टीबॉडी बनी है। इसकी जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग रक्त का नमूना लेने के लिए चार जून से डोर-टू-डोर अभियान चलायेगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर 10 टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में 5 सदस्यों को रखा गया है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.प्रभु दयाल गुप्ता ने बताया कि इस अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए जनपद के 44 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 125 उपस्वास्थ्य केन्द्र समेत तीन अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गयी है। जिनकी मौजूदगी में पारदर्शिता पूर्ण अभियान संचालित होगा।
इसके अलावा इस अभियान की मदद को जिले में कार्यरत 2043 आशा व 563 एएनएम सहित स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए 31 टीमों का गठन किया जायेगा। जिसमें 10 टीमों का गठन किया जा चुका है।
एक टीम एक दिन में 24 व्यक्तियों का सैम्पल लेगी और अपने क्षेत्र के केन्द्र पर शाम तक जमा करना होगा। इन टीमों को ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया गया। केन्द्रों की देखरेख अपर मुख्य चिकित्साधिकारी करेंगे।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.अजय ने बताया कि अभियान के दौरान टीम को कोविड के नियमों का सावधानियों का पालन करने के लिए निर्देशित किया गया है।
अभियान के दौरान एक व्यक्ति का सैम्पल लेने के बाद हाथों को सैनेटाइजर व मास्क को बदलने को कहा गया है। अभियान के दौरान लोगों को वैश्विक महामारी कोविड के लिए वैक्सीन भी लगाने के लिए जागरूक करेगी।