बारिश के मौसम में होने वाले वायरल से कैसे बचें? ये सावधानियां बरतनी जरूरी

By Ranjana Pandey

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डेस्क।बारिश के मौसम में तरह-तरह की बीमारियां शरीर पर हमला कर देती हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि बारिश की वजह से कई जगहों पर जलभराव और गंदगी हो जाती है, जिससे मच्छर और खतरनाक बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं।

पानी और हवा के जरिये ये बैक्टीरिया हमारे खाने तक और फिर शरीर तक पहुंचते हैं और हमें बुखार-फ्लू जैसी बीमारियां दे जाते हैं। हालांकि अगर थोड़ी सी भी सावधानी बरती जाए तो इस मौसम में होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। आमतौर पर डॉक्टर बारिश में होने वाली बीमारियों को तीन भागों में बांटते हैं, जिनमें वायरल बुखार और जुकाम, फ्लू (इंफ्लूएंजा) और मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियां (जैसे चिकनगुनिया और डेंगू) शामिल हैं।

आइए जानते हैं इस बीमारियों के कारण होने वाली समस्याओं और बचाव के तरीकों के बारे में…
वायरल बुखार और जुकाम

दरअसल, मौसम बदलने के साथ ही वातावरण में आए कीटाणुओं से होने वाले बुखार को वायरल बुखार कहते हैं। ये हवा और पानी के जरिये फैलते हैं और इंसान के शरीर तक पहुंच जाते हैं। इसमें बुखार तो होता ही है, इसके साथ ही कुछ लोगों में खांसी और जोड़ों में दर्द की समस्या भी हो सकती है। यह बुखार तीन से सात दिनों तक रह सकता है, इसलिए ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से दिखा लेना उचित होता है.

वायरल बुखार से बचाव के तरीके क्या हैं?

साफ-सफाई का ध्यान रखें

खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह साबुन-पानी से धोएं

डाइट अच्छी रखें यानी ताजा खाना और फल खाएं

बाहर का खाना खाने से बचें

बासी खाना भी न खाएं
बारिश में न भीगें

फ्लू (इंफ्लूएंजा)

बारिश के मौसम में फ्लू की समस्या खूब देखने को मिलती है, जिसे इंफ्लूएंजा भी कहते हैं। इसमें जुकाम, खांसी, तेज बुखार और जोड़ों में दर्द होता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि कॉमन फ्लू 5-7 दिनों तक रहता है। हालांकि डॉक्टर की सलाह पर दवाई लेने से यह जल्दी ठीक हो जाता है। फिर भी कई लोगों को जुकाम और खांसी ठीक होने में 10-15 दिन लग जाते हैं। इससे घबराने की जरूरत नहीं है।

फ्लू से बचाव के तरीके क्या हैं?

फ्लू से बचाव के लिए डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन लगवा सकते हैं.

इस मौसम में भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, क्योंकि बीमार व्यक्ति के खांसने या छींकने से दूसरे लोग भी संक्रमित हो सकते हैं
फ्लू की बीमारी छूने से भी फैलती है। जैसे किसी बीमारी व्यक्ति ने छींकते समय अपने मुंह पर हाथ रखा और फिर उसी हाथ कुछ छू लिया और उसे आपने भी छू लिया तो आपके भी बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है।

इसलिए मास्क पहनें, सुरक्षित शारीरिक दूरी रखें और बेवजह कोई भी चीज छूने बचें, इससे कोरोना से भी बचाव होगा।


मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियां

बारिश के मौसम में मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों, जैसे डेंगू और चिकनगुनिया का खतरा ज्यादा रहता है। इन बीमारियों में तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, उल्टी और सिरदर्द जैसी समस्याएं होती हैं। ये बीमारियां चूंकि खतरनाक होती हैं, इसलिए इनके लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत होती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि डेंगू होने पर शुरुआत में तेज बुखार आता है, इसके साथ ही सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द भी महसूस होता है, जबकि चिकनगुनिया में तेज बुखार के साथ-साथ जोड़ों में दर्द भी ज्यादा तेज होता है।

डेंगू और चिकनगुनिया से कैसे बचें?

घर को साफ-सुथरा रखें

कूलर, चिड़िया के बर्तन, गड्ढे, गमलों और टायर आदि में ज्यादा दिनों तक पानी न इकट्ठा न होने दें, क्योंकि इनमें मच्छर पनपने लगते हैं।

पूरी बाजू के कपड़े पहनें

Ranjana Pandey

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