सिवनी। नगर के जिला मुख्यालय से जबलपुर रोड स्थित लूघरवाड़ा मैं सड़क के किनारे अच्छी नस्ल की गाय भैंस की बिक्री करने वाली महिला ने शहर समेत गांव के पशु पालकों से लगभग 4-5 लाख रुपए बड़ी चालाकी से लेकर फरार हो गई। जहां अच्छी नस्ल की गाय भैंसे बंधी रहती थी अब वहां उनके सिर्फ खूंटे गड़े नजर आ रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर रोड स्थित बजाज शोरूम के थोड़ा आगे सड़क के किनारे हरियाणा, पंजाब से गाय भैंस बेचने का काम करने वाले कुछ लोगों द्वारा पशु पालकों को मवेशियों को बेचा। लगभग 4 माह पहले बरसात के मौसम में मवेशी बेचने वाले यहां आकर मवेशी बेचने का काम शुरू किए थे। पहले इन्होंने 6 भैंस और एक गाय बेचा। और धीरे-धीरे ग्राहकी तैयार की।
दूसरे राउंड में एक भैंस तीन गाय लाए। इसके बाद कुछ दिन तक मवेशी लाना बंद कर दिए थे। वही लगभग दो माह पहले माह दिसंबर-जनवरी से पुनः मवेशी को लाकर बिक्री की गई।
इस दौरान जब ग्राहकी बनी तो सिवनी के पशु मालिक से हरियाणा से आए पशु विक्रेताओं ने यहाँ के कम दूध देने वाले मवेशी खरीदने लगे।
इनके गिरोह में शामिल महिला द्वारा यहां के मवेशी को लेकर वे दूसरी जगह बेचने भी लगे। वहीं उक्त महिला ने कुछ लोगों को मवेशी बिक्री के बाद प्राप्त रुपए भी यहां के लोगों को लौटाए।
जब ग्राहकी तगड़ी बनी तो सिवनी से बाहर खाली गाड़ी जाने की बात कहते हुए कुछ लोगों से उनके मवेशी लिए और किसी से कहा कि अच्छी नस्ल की गाय भैंस 2 दिन में आ जाएगी उक्त अच्छी नस्ल की गाय भैंस को उन्हें कम कीमत में दिया जाएगा लेकिन वह पहले उनके खाते में रुपए डाले।
कुछ दिन में अच्छी नस्ल की अधिक दुधारू गाय व भैंसी के एवज में उन्होंने किसी से ऑनलाइन पेमेंट अपने अकाउंट में करवा दिया तो किसी से नगद 50-60 हजार रुपये ले लिए। ऐसे दर्जनों पशु पालको, किसानों से मवेशी खरीदी-बिक्री के नाम से रुपए वसूल कर यह गिरोह सिवनी से फरार हो गया। उक्त स्थान पर आज भी मवेशी बांधने के खूंटे गड़े हुए हैं।
उक्त मार्ग से गुजरने वाले पशुपालकों ने बताया कि लगभग 8 से 10 दिन पहले यह गिरोह रात में लगभग 1:00 बजे के आसपास यहां से चंपत हो गया है।
कई गांव के पशुमालिक परेशान –
सिवनी शहर समेत गांव लूघरवाड़ा, बिंझावाड़ा, भोंगाखेड़ा, राधादेवी, जमुनिया आदि गांव के पशु पालक ऐसे हैं जिन्होंने मवेशी की खरीदी-बिक्री के नाम पर इनको एडवांस में पैसे दे दिए, लेकिन अभी तक इनका कहीं कुछ पता नहीं चल रहा है। वही एक पशुपालक ने बताया कि फोन में बात करने पर उन्होंने यह जानकारी दी कि वह रुपए लेकर अभी फरार नहीं हुए हैं लौटकर आएंगे व फिलहाल व मैहर पहुंच गए हैं लेकिन अनेक किसान जिन्होंने 60 से 70 हजार रुपए उक्त पशु विक्रेताओं को दे चुके हैं वे अब उनके कहीं नजर नहीं आने पर चिंतित नजर आ रहे हैं।