मप्र की लाडली लक्ष्मी को सीएम शिवराज की बड़ी सौगात, लाडली लक्ष्मी योजना में शिवराज सरकार ने बढ़ा दी राशि; जानिए पूरी प्रक्रिया: मध्य प्रदेश की लाडली लक्ष्मी योजना की चर्चा पूरे देश भर में जमकर हो रही है और यह योजना मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के द्वारा चलाई जा रही है। लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ पूरे प्रदेश की बेटियों को वर्षों पहले से मिल रहा है।
लाडली लक्ष्मी योजना से बेटियों को सशक्त बनाया जा रहा है, शिवराज सरकार के द्वारा चलाई जा रही लाडली लक्ष्मी योजना के बाद से बेटे और बेटियों में देखा जाने वाला फर्क अत्यधिक कम हो गया है, पहले लोगों के घर में बेटियों की संख्या बहुत कम होती थी, लेकिन अब देखा जाए तो हर घर में दो से तीन बेटियां मिल जाएगी।
2 मई 2007 को हुआ था इस योजना का शुभारंभ
लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुवात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2 मई 2007 को किया था, इस योजना के तहत मध्य प्रदेश की बेटियों को अत्यधिक लाभ मिल रहा है, यदि बिटिया के माता-पिता मध्य प्रदेश के निवासी हैं और उनके द्वारा आयकर का भुगतान नहीं किया जाता हैं तो उन्हें मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की तरफ से लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जा रहा है, यह योजना राज्य की बेटियों के सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई है।
इतने रुपए बढ़ा दी लाडली लक्ष्मी योजना की राशि
मध्य प्रदेश कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई थी, उस बैठक में मुद्दा उठाया गया था जिसके बाद कैबिनेट की बैठक में एक अहम फैसला लिया गया था, मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि अब मध्य प्रदेश की सरकार बेटियों को लाडली लक्ष्मी योजना के तहत 1,46,000 देगी।
लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ लेने वाली बेटियों के लिए मध्यप्रदेश सरकार की ओर से खुशखबरी दी गई है। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से लाड़ली लक्ष्मी योजना की राशि में बढ़ोतरी कर दी गई है। वहीं आगे उन्होंने बताया कि लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 के संबंध में मध्यप्रदेश लाडली लक्ष्मी बालिका प्रोत्साहन संशोधन को मंजूरी दे दी गई है।
25 हजार रुपए बढ़कर मिलेगी लाडली लक्ष्मी योजना में राशि
लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत प्रदेश की बेटियों को पहले से अब 25000 रुपए अधिक मिलेंगे, मध्यप्रदेश की शिवराज अब लाडली लक्ष्मी योजना में कुल 1,46,000 दिए जाएंगे। लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ तभी उठा पाएंगे जब मध्य प्रदेश के निवासी हैं इसका फायदा उठाने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेजों की भी आवश्यकता पड़ती है।
जिसमें माता-पिता का पहचान पत्र, बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, बैंक खाता संबंधी जानकारी, पैन कार्ड नंबर, राजस्थान पत्रिका पासपोर्ट के आकार की तस्वीर, पैन कार्ड नंबर, स्थाई निवासी प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर 10 तक ग्रहण प्रमाण पत्र होना जरूरी है।