Dev Uthani Ekadashi 2023: पूरे देश में आज देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है. मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में भी बड़े ही धूमधाम से देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) पर हर घरों में पूजा अर्चना के साथ देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) पर्व मनाया जा रहा है.
देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) के दिन से भगवान विष्णु समस्त देवताओं के साथ चातुर्मास की निंद्रा से जागते हैं. यही एक वजह है जिसके कारण इस पर्व या एकादशी को देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) कहते हैं. इस दिन भगवान विष्णु (Lord Vioshni) के साथ मां लक्ष्मी और तुलसी माता की पूजा भी की जाती है.
भगवान शालिग्राम और तुलसी का विवाह
देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) के बाद से ही लगभग सभी प्रकार के शुभ कार्य शुरू हो जाते है जिनमे मुख्यरूप से गृहप्रवेश, शादी जैसे मंगलकार्य शामिल है. देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) के दिन माता तुलसी की पूजा मात्र से धनधान्य की प्राप्ति होती है.
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की इस एकादशी को देवउठान एकादशी, देवउठनी एकादशी और देव प्रबोधिनी एकादशी कहा जाता है. इस दिन भगवान शालिग्राम और माता तुलसी की पूजा की जाती है. दूसरे दिन तुलसी और शालिग्राम भगवान का विवाह संपन्न कराया जाता है. इस दिन कई लोग व्रत रखते हैं. कुछ लोग तो निर्जला उपवास भी करते हैं.
हर घरों में बनी रंगोली, हुई देवउठनी एकादशी की पूजा
दिवाली से लेकर देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) तक हर दिन साज सज्जा से भरपूर रहता है, देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) के दिन भी हर घरों में रंगोली डाली जाति है, पूजा अर्चना की जाती है.