सिवनी रेलवे समाचार (Seoni Railway News): सिवनी जिले में वर्षों से रेल सुविधा बंद पड़ी है और धीरे धीरे 2022 के गुजरते गुजरते रेल सेवा शुरू होने की उम्मीद बढती चली जा रही है, देरी से ही सही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने सिवनी जिले की सुध ले ही ली, सिवनी जिले में भोमा से सिवनी के बीच लगभग 18 किलोमीटर के हिस्से में अभी अभी हुए विद्युतीकरण के काम का कमीशन ऑफ रेलवे सर्विस (CRS) का काम बुधवार 28 दिसंबर को किया जाना निश्चित किया गया है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पता नहीं किस दबाव की वजह से सिवनी जिले में रेलवे का काम बहुत ही धीमी गति से संचालित होता आया है जबकि इससे लगे मण्डला संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से और छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के हिस्से में काम युद्ध स्तर पर पूरा कर लिया गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ये यह सीआरएस पहले 24 दिसंबर को होना था, किन्तु सिवनी से भोमा के बीच महज 18 किलोमीटर के हिस्से में कुछ छोटे मोटे कार्य पूरा नहीं हो पाने की वजह से सीआरएस की तिथि को आगे बढ़ाया गया है और अब यह बुधवार 28 दिसंबर को सुबह से आरंभ किया जाएगा।
Bhoma to SEONI CRS UPDATE
मंडला क्षेत्र का सीआरएस लगभग डेढ़ साल पहले पूरा
मण्डला क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से में ट्रेक का सीआरएस लगभग डेढ़ साल पहले पूरा किया जाकर नैनपुर से भोमा के बीच के हिस्से के इलेक्ट्रिफिकेशन का सीआरएस 11 मार्च 2022 को पूरा कर लिया गया था। उसके बाद भी चूंकि भोमा से सिवनी होकर चौरई तक के हिस्से का विद्युतीकरण नहीं हुआ था इसलिए यहां सवारी गाड़ी का परिचालन संभव नहीं हो पा रहा था।
सिवनी जिले के हिस्से में भोमा से सिवनी होकर चौरई तक के लगभग 55 किलो मीटर के हिस्से में बिछाए गए ट्रेक (पटरियों) का सीआरएस 11 एवं 12 मार्च 2022 को कर लिया गया था। इसके बाद साढ़े नौ माह में भी महज 55 किलोमीटर के हिस्से में बिजली के खंबे खड़े करने और तार बिछाने का काम पूरा नहीं किया जा सका है, जबकि इन साढ़े नौ माहों में रेलवे के तकनीकि अधिकारियों के पास न तो कोविड का कोई बहाना था न ही अन्य कोई वजह थी जिसे बताकर इस काम में हुए विलंब को न्यायोचित ठहराया जा सकता।
उधर, बिलासपुर स्थित जोनल रेल प्रबंधक कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि यह बात वास्तव में शोध का ही विषय मानी जा सकती है कि मण्डला संसदीय क्षेत्र और छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में तो रेलवे के अधिकारी पूरी मुस्तैदी के साथ काम करते नजर आए, पर जैसे ही बात बालाघाट संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से की आई, वैसे ही रेलवे के अधिकारियों ने काम को बहुत ही धीमि गति से करवाना आरंभ कर दिया।
सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन पड़े ढीले
सूत्रों का कहना था कि बालाघाट संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन अगर रेलवे के अधिकारियों की मश्कें कसकर रखते तो निश्चित तौर पर यह काम न केवल साल भर पहले ही पूरा हो चुका होता वरन अब यहां लोगों को सवारी रेलगाड़ी चलती दिखाई देती।