सिवनी: महिलाओं के लिए कार्य करना पहले के समय में अत्यधिक चुनौती भरा रहा है, परन्तु समय के साथ बदलाव दिखाई देने लगा है अब महिलाएं भी पुरुषों की तरह अपनी मर्जी से नौकरी, बिज़नस या एनी कोई भी कार्य कर पाती है. लेकिन अभी भी कुछ लोग ऐसे है जिनकी वजह से महिलाओं के लिए कार्य करना अभी भी चुनौती पूर्ण है.
पहले के समय में जरूर देश में महिलाओं के काम करने को लेकर समाज में हीन भावना से देखा जाता था पर अब समय बदल चूका है लेकिन अभी भी महिलाओं के साथ कुछ न कुछ चुनौती भरा पल सामने आता ही है.
ऐसे कई मामले में आपने देखे सुने और पढ़े होंगे जिसमे मेहनत कर अपने पैरो पर खड़ी महिलाओं की मजबूरी का फायदा उठाने से उसके ही विभाग और ऑफिस के पुरुष अधिकारी नहीं चूकते।
ऐसा ही एक मामला सिवनी जिले में प्रकाश में आया है जहां अपने स्कूल में कार्यरत महिला भ्रत्य ने स्कूल के प्राचार्य पर गंभीर आरोप लगाया है।
मामला सिवनी के कन्या शिक्षा परिसर स्कूल बोरदई का है, जहा महिला कर्मचारी ने प्राचार्य ए. एस. डेहरिया पर गंभीर आरोप लगाए है, पीड़िता के आरोप के अनुसार प्राचार्य जनजाति कार्य विभाग से कार्य करने की अनुमति के लिए उससे बीस हजार रुपये की रिश्वत के रूप में मांग की गई जब पीड़िता ने अपनी मजबूरी बताते हुए राशि देने में सक्षम न होने की बात की तो उसे प्राचार्य ए. एस. डेहरिया ने अपने साथ तीन दिन बिताने को कहा।
महिला ने इसका विरोध किया और ऐसा करने से साफ़ मना कर दिया, महिला द्वारा मना करने पर महिला को उस कार्य से निकाल कर उसे प्रताड़ित किया जाने लगा, अफसोस कि यह है कि प्राचार्य को अपनी इस नीच हरकतों पर पछतावा होना तो दूर की बात है इस मामले में महिला से कहा गया कि जहाँ लगे शिकायत कर मेरा कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता
महिला द्वारा अपने साथ हुई मानसिक प्रताड़ना की शिकायत आदिम जनजाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक और जिला कलेक्टर राहुल हरिदास फटिंग से करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
सिवनी कलेक्टर से न्याय की आस
अक्सर देखा गया है की विभाग में महिलाकर्मियों से शारीरिक समबन्ध स्थापित करने के लिए अधिकारीयों द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा है, नाम बदनामी और मीडिया के डर से ज्यादातर महिलाए खुलकर सामने आकर शिकायत नहीं कर पाती, कुछ महिलाये निडर होकर शिकायत करती भी है तो अक्सर विभागीय कार्यवाही में उसे बचा ही लिया जाता है, हालाँकि पीड़ित महिला ने कहा की सिवनी कलेक्टर से उम्मीद पूरी है की इस शिकायत पर न्याय जरूर मिलेगा.