सिवनी/धारनाकला (एस.शुक्ला): प्राथमिक एव माध्यमिक शाला घीसी मे शिक्षिका कविता पटले एवं भोजन परोसने वाली रसोईया शशिकला राहगडाले के विवाद के चलते स्कूली बच्चो को लगातार एक माह से स्कूल मे बनने वाला मध्यान्ह भोजन नही मिल पा रहा है.
जबकि इस सम्बंध मे सभी सम्बंधित अधिकारियो को जानकारी होते हुए भी लगभग एक माह से छात्र छात्राओ को मध्यान्ह भोजन नही मिल पा रहा है .
जहा एक तरफ शिक्षिका कविता पटले का कहना है कि रसोइया द्वारा घटिया स्तर का भोजन बनाया जा रहा था तथा बच्चो के पालको के द्वारा ही रसोईया से भोजन बनवाने के लिये मना किया गया है इस कारण बी आर सी के आदेश के कारण हमने रसोईया महिला से भोजन बनवाना बन्द कर दिया है.
रसोईया ने लगाये गम्भीर आरोप
वही दूसरी तरफ मध्यान्ह भोजन बनाने वाली और परोसने वाली महिला शशिकला राहगडाले ने शिक्षिका कविता पटले पर आरोप लगाया है कि आपसी वैमनस्यता और पद का दुरूपयोग करते हुऐ मुझे मानसिक रूप प्रताडित कर रही है.
यह भी आरोप लगाया कि मध्यान्ह भोजन बनाने और परोसने के साथ साथ स्कूल का काम करने के लिये भी दबाव बनाते आ रही है.
रसोइया ने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षिका कविता पटले का ग्राम घीसी ही मायका है तथा लम्बे समय से कविता पटले यहा पर पदस्थ रहते हुऐ अपने पद का दुरूपयोग कर रही है
रसोइया महिलाओ ने यह भी आरोप लगाया है की कविता पटले मेडम के द्वारा ही जहा मध्यान्ह भोजन बनाया जाता है वहा ताला डाल दिया गया वही दूसरी तरफ कविता पटले का कहना है कि बी आर सी बरघाट के निर्देश पर ही ताला डाला गया है चूकि बच्चो के पालको के द्वारा रसोई बनाने वाली महिलाओ से भोजन न बनवाने के लिये आवेदन दिया गया है
थाने पहुंचा मामला
आज मध्यान्ह भोजन परोसने वाली महिला और शिक्षिका का विवाद थाने तक जा पहूचा और यह सब तमाशा ग्रामीण लोग देखते रहे किन्तु बच्चो को एक माह से मध्यान्ह भोजन नही मिल रहा था इस दिशा वास्तविकता की ओर किसी ने ध्यान नही दिया
जिला शिक्षा अधिकारी के सज्ञान मे आया मामला
जिला शिक्षा अधिकारी के सज्ञान मे मामला आने के बाद दो दिनो से बच्चो को मध्यान्ह भोजन परोसा जा रहा है मामला सज्ञान मे आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा तत्काल ध्यान देते हुऐ बच्चो के मध्यान्ह भोजन पर ध्यान देते हुऐ कारवाई की गई थी
किन्तु रसोईया और शिक्षिका के बीच का विवाद बढता ही जा रहा है जहा दोनो एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप की बौछार किये हुए है कहने को तो इस स्कूल मे तीन शिक्षक कार्यरत है किन्तु विवाद शिक्षिका कविता पटले और रसोइया महिला का ही बताया जा रहा है
ग्रामीण से जब इस सम्बंध मे जानकारी ली गई तो बताया गया कि जिस समूह के द्वारा मध्यान्ह भोजन परोसा जा रहा है यह वर्षो से मध्यान्ह भोजन का संचालन कर रहा है किन्तु ग्रामीण जनो की जानकारी मे घटिया स्तर के भोजन मिलने की कोई जानकारी नही है यह भी बताया गया कि बच्चो के पालक और शिक्षिका के द्वारा ही रसोईया महिला से भोजन न बनवाने की माग रखी गई है
जिला शिक्षा अधिकारी ने दिया निस्पक्ष जांच का आश्वासन
जब इस सम्बंध मे जिला अधिकारी के सज्ञान मे यह मामला आया तो उनके द्वारा निस्पक्ष जाच का आश्वासन देते हुऐ कारवाई के लिये कहा गया है तथा बच्चो के मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था भी बनाई गई है चूकि एक माह से बच्चो को शिक्षिका और रसोइया महिला के विवाद के चलते मध्यान्ह भोजन नही मिल रहा था