लखनादौन-देववृक्ष मूर्तियों का पूजन कर स्थापना के साथ समर्थ बाल संवाद में समर्थ सद्गुरु ने कहा- “गुरु स्वरूप है ये वृक्ष” आज समर्थ सद्गुरु भैया जी सरकार का आकस्मिक छिन्दवाड़ा से जबलपुर आते समय भक्त प्रेमियों के प्रेम आस्था के वशिभूत होकर दादा दरवार लखनादौन में कुछ समय परिवार से मिलते हुए अचानक सामने स्थित शासकीय विद्यालय में बच्चों से मिलें साथ ही गुप्त नवरात्रि के पावन अवसर पर समर्थ सदगुरु के सानिध्य में देव वृक्ष मूर्तियों की स्थापना पूजन विधालय परिवार के बच्चों से कराते हुए उनके साथ संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम मंदिर में मूर्ति के समक्ष प्राथना करते है ठीक वैसे ही चेतन्य देव गुरु स्वरूप इन वृक्षों के समक्ष हम प्रार्थना कर इनके संरक्षण सम्वर्धन में अपना योगदान सुनिश्चित करे
ये हमारे जीवनदाता है वास्तविक ज्ञान के साथ लक्ष्य प्राप्ति के लिए असीम दैवीय सकारात्मक ऊर्जा हमें इन्ही से प्राप्त होती है।
जीवन का बोध एवं जीवन जीने की कला हमें इन्हीं से प्राप्त हुई है एक आदर्श समर्थ गुरु का स्वरूप ये हमारी देववृक्ष मूर्तियां है।