सिवनी- आगामी विस् चुनावो के पूर्व जहा काग्रेस प्रदेश अध्यच्छ कमलनाथ के नेतृत्व में अगली सरकार वनाने का दावा कर रही है,वही महाकोशल के सिवनी जिले में काग्रेस में फूट दिखाई देने लगी है,दरअसल काग्रेस में नई जान फूंकने में लगे कॉंग्रेस के जिलाध्यक्ष राजकुमार खुराना ने अपनी जिले की जबो जेट कार्यकारिणी घोषित की ,लेकिन इस दौरान घसौर में वर्षो से काग्रेस के लिये कार्य कर रहे युवा व अनुभवी नेता कन्हैया तिवारी को स्थान दिया गया ।
इसके बाद से लगातार तिवारी खुले आम शोशल मीडिया के माध्यम से अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हे, सैकड़ो वट्सप ग्रुपो में जिस तरह से तिवारी ने अपनी पीड़ा जाहिर की हे उसके बाद से ही आदिवासी घसौर विकासखण्ड में हड़कपम मचा हुआ,
कांग्रेस के खिलाफ अपना मोर्चा खोलकर बैठे इस काग्रेसी के सवालों का जवाब विधायक योगेद्र बाबा सहित जिला काग्रेस के अध्यछ नही दे पा रहे हे,जिससे धीरे धीरे अन्य काग्रेसी भी अब दबी जुबान से तिवारी का समर्थन करने लगे है। साफ तौर पर जिलाध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर संगीन सवाल खड़े करते हुए उन्हें पद से तुरंत हटाने की मांग तक कर तिवारी ने आर पार की लड़ाई आरभ कर दी है।
वही सूत्र बता रहे हे की इस सारे प्रकरण की लिखित जानकारी कमलनाथ एवं प्रदेश कांग्रेस के चुनाव प्रभारी तक भी पहुच गई है। मालूम हो जिले की कार्यकारिणी में आरिफ खान को महामंत्री पद की जगह मिलने से भी तिवारी को धक्का लगा और उन्होने स्पष्ट तौर पर आरिफ पर भी आरोप लगाए है कि ये विधायक ज़ी के खास है और इनके द्वारा क्षेत्र में वसूली का काम किया जाता है ।
पूरे मामले पर जब हममे आरिफ खान से बात की तों उनका कहना है कि कन्हैया तिवारी का काँग्रेस में कोई स्थान नहीं है और सभी आरोप निराधार है ।
बता दे कार्यकारिणी घोषित होने के बाद कन्हैया तिवारी खुले आम काँग्रेस का विरोध कर रहें है लेकिन संगठन कें द्वारा अभी तक इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है । देखना यह है कि इनको काँग्रेस पार्टी में रखती है या इन्हे निष्कासित करती है । कन्हैया तिवारी जिले में पहले कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष भी रह चुके है । पिछले चुनाव में इनके द्वारा अपनी पार्टी के विधायक का भी जमकर विरोध किया गया था उसके बाद भी पार्टी इनका कुछ नहीं बिगाड़ सकी ।