MP Weather Update: देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। यहां हाड कंपाने वाली ठंड शुरू हो गई। जबलपुर (Jabalpur) और इंदौर (Indore) के बाद अब भोपाल (Bhopal) में बढ़ती ठंड को देखते हुए सभी स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया है।
यहां अब स्कूल सुबह 8:30 बजे के बाद खुलेंगे। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। कलेक्टर लवानिया द्वारा आदेश जारी किए गए हैं कि भोपाल जिले में संचालित सभी शासकीय, अशासकीय, आई.सी.एस.ई एवं सी.बी. एस.ई. से संबद्ध शालाओं के लिए सुबह 8:30 बजे के बाद ही संचालित होंगे।
भोपाल जिले में शीत ऋतु में तापमान के लगातार गिरावट एवं शीतलहर के कारण अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना को दृष्टिगत शाला संचालन का समय प्रातः 8:30 के पश्चात नियत किया गया है।
जारी आदेश अनुसार प्रातः 8:30 के पूर्व किसी भी स्थिति में कक्षायें संचालित नहीं की जाएंगी। यह आदेश 28 नवंबर 2022 से प्रभावशील होगा।
मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में शुक्रवार को अधिकतम तापमान सीधी के बाद सबसे ज्यादा लुढ़का। सीधी में ढाई डिग्री तो भोपाल में डेढ़ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। देश के सबसे ठंडे मैदानी इलाकों में ग्वालियर 12वें नंबर पर है। यहां पर रात का पारा सबसे कम 8.3 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है।
मध्यप्रदेश के नौगांव में बीती रात सबसे सर्द रही। यहां पर रात का पारा 6 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। इंदौर और नर्मदापुरम में रात में सबसे ज्यादा तापमान 13 से 14 डिग्री के बीच चल रहा है। यहां पर न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहा है।
मौसम वैज्ञानिक एचएन साहू ने बताया कि अभी चार-पांच दिन इसी तरह मौसम बना रहेगा। उसके बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस के स्ट्रांग होने पर ही ठंड बढ़ेगी और तापमान तेजी से नीचे आएंगे। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान शीतलहर चलने की अलर्ट जारी किया है। छतरपुर और जबलपुर में शीतलहर लोगों को परेशान कर सकती है। इंदौर और उज्जैन में तापमान सामान्य रहेंगे, जबकि भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
प्रदेश में पचमढ़ी में सबसे ज्यादा ठंड पड़ रही है। यहां रात का पारा 6 डिग्री के आसपास बना हुआ है, तो दिन में अधिकतम तापमान 23 डिग्री पर आ गया है। ऐसे में पचमढ़ी में सबसे ज्यादा ठंड होने लगी है। हालांकि हिल स्टेशन होने के कारण मौसम विभाग इसे रिकॉर्ड में नहीं लेता है। इसके अलावा नरसिंहपुर और सिवनी में भी दिन का पारा 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन का पारा 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ चुका है।
मध्यप्रदेश में अगले तीन चार दिनों तक रात का तापमान 10 डिग्री से भी नीचे जाएगा। यह स्थिति सीजन में पहली बार बन रही है। वर्तमान में कुछ इलाकों में रात का तापमान छह से नौ के बीच आ गया है।
मौसम विभाग के अनुसार रात के बाद दिन का पारा भी नीचे आएगा। अब अधिकांश इलाकों में यह 26 डिग्री के नीचे आ गया है। उसके बाद वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आने के बाद वातावरण में बदलाव होगा। हालांकि कड़ाके की ठंड के लिए एक हफ्ते इंतजार करना होगा।
मौसम विभाग ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि अभी सबसे ज्यादा ठंडक ग्वालियर और जबलपुर में पड़ रही है। यहां रात का पारा अधिकांश इलाकों में 8 डिग्री के नीचे आ गया है। जबलपुर में तो रात का पारा सामान्य से 5 डिग्री लुढ़कर 7 डिग्री तक आ गया है। यहां शीतलहर चल रही है।
नौगांव, उमरिया और पचमढ़ी में भी रात का पारा 7 डिग्री के नीचे आ गया। ग्वालियर में सामान्य से ढाई डिग्री सेल्सियस गिरकर 8 डिग्री तक आ गया है। ऐसे में जबलपुर और ग्वालियर में अन्य इलाकों की अपेक्षा रात में ज्यादा ठंड पड़ने लगी है।
प्रदेश में हिल स्टेशन पचमढ़ी में सबसे ज्यादा ठंड पड़ रही है। यहां रात का पारा छह डिग्री तक आ गया है, तो दिन में अधिकतम तापमान 23 डिग्री पर अटक गया है। इसके अलावा, नरसिंहपुर और सिवनी में भी दिन का पारा 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन का पारा 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ चुका है।
वहीं, बताया गया कि बुंदेलखंड और बघेलखंड में अब ठंड सताने लगी है। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है। सबसे ठंडा नौगांव रहा, जहां रात का पारा 6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। खजुराहो, मंडला, रीवा, सतना, सीधी, उमरिया और मलाजखंड में भी परा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है