हमारें देश में शायद ही कोई ऐसा घर हो जहां पूरी-कचौड़ी, पकौड़े इत्यादि ना बनते हो, भले ही घर में किसी का जन्मदिन हो या कोई और माहौल हो हमारें घर में पकवान अवश्य बनते है। इसके अलावा घर में पूजा हो या कोई त्योहार हो तो पूड़ी-कचौड़ी अवश्य बनते है तो वहीं अगर बारिश का मौसम हो जाए तो ऐसे में पकौड़े खाने का मजा ही कुछ और होता है। कुल मिलाकर घर में कुछ भी हो लेकिन खाने में तली हुई चीजों को बनाया जाता है।
इन सबमें सबसे बड़ी समस्या ये होती है कि पकवान बनने के बाद (Cooking Tips) जो तेल बच जाता है उसका क्या किया जा सकता है क्योंकि ऐसे तेल का दुबारा उपयोग करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। ये समस्या हर घर में आम होती है लेकिन आज हम आपकी इस समस्या का हल ले कर आए है जिससे आप बचे हुए तेल का इस्तेमाल भी कर पाएंगे और उसका आपकी सेहत पर कोई बुरा प्रभाव भी नहीं पड़ेगा।
जब हम तेल में किसी चीज को तलते है तो उसके बाद बचे हुए तेल का कभी भी दुबारा प्रयोग खाने के लिए नहीं करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे तेल का दुबारा इस्तेमाल करना सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है, बताया जाता है कि जब कुछ तलने के बाद तेल बच जाता है तो उसमें फ्री रेडिकल्स बन जाते है जो शरीर में घातक बीमारियों के लिए जिम्मेदार होते है। बार-बार तेल का जब इस्तेमाल किया जाता है तो उससे दिल की बीमारी समेत कैंसर तक होने का खतरा रहता है।
जब एक बार खाना बनाने के बाद तेल बच जाता है तो उसको दुबारा खाने के लिए प्रयोग में बजाए आप उसका इस्तेमाल घर में दूसरे कामों के लिए कर सकते है। अगर आपके घर के दरवाजों में से आवाज आ रही है तो उनके हुक्स और कील के ऊपर इस्तेमाल हो चुके खाद्य तेल को लगाने से उसमे से आवाज आनी बंद हो जाती है और इसके अलावा उनमें जंग लगने की भी दिक्कत नहीं होती है। अगर आपने खाना बनाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल किया है तो आप बचे हुए तेल से दीपक जलाने का कार्य भी कर सकती है।
अक्सर हमने देखा है कि पेड़-पौधों के आसपास कीड़े-मकौड़े होने लगते है अगर आपके घर में भी पेड़-पौधे है तो आप कुकिंग तेल के इस्तेमाल से उन्हें दूर कर सकते है। इसके लिए आप एक कटोरी लेकर उसमें उस कुकिंग ऑइल को लेकर उस पेड़-पौधे के पास रख देने से कीड़े-मकोड़े उस कटोरी के इर्दगिर्द ही घूमते रहेंगे और पौधों को नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे। पहले से इस्तेमाल में आ चुके तेल को फिल्टर करके आप उन्हें अपने बच्चों के क्राफ्ट इत्यादि जैसे कामों में भी इस्तेमाल कर सकते है।