Railways के वित्तीय आयुक्त ने 19 जून को लिखे एक पत्र में सभी जोन के महाप्रबंधकों को बताया कि रेलवे की यातायात से होने वाली कमाई में मई के अंत में, पिछले साल की इस अवधि की तुलना में 58 प्रतिशत की गिरावट आई है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी बेरोजगारों के लिए भी बुरी खबर लेकर आया है. भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने फिलहाल सभी तरह के नई नौकरियों (Jobs) में भर्ती पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का फैसला किया है. सरकार द्वारा इस फैसले से उन उम्मीदवारों को भी झटका लगेगा जो रेलवे की परीक्षा पास कर चुके हैं और सिर्फ अपने बहाली का इंतजार कर रहे थे. कोरोना वायरस की वजह से रेलवे विभाग को भारी नुकसान का अंदेशा है.
58 फीसदी का हुआ है नुकसान
रेलवे के वित्तीय आयुक्त ने 19 जून को लिखे एक पत्र में सभी जोन के महाप्रबंधकों को बताया कि रेलवे की यातायात से होने वाली कमाई में मई के अंत में, पिछले साल की इस अवधि की तुलना में 58 प्रतिशत की गिरावट आई है. पत्र में कहा गया है, ‘खर्चों पर नियंत्रण और कमाई बढ़ाने के लिये नए रास्ते तलाशने होंगे.’ पत्र के अनुसार 2017 में तत्कालीन आयुक्त और 2018 में रेलवे बोर्ड ने भी ऐसे कदम उठाने की घोषणा की थी.
सभी तरह के बहाली पर रोक
इसके अलावा नए पद सृजित करने पर रोक लगाने का भी सुझाव दिया गया है. पत्र में कहा गया है, ‘बीते दो साल के दौरान सृजित किये गए पदों की समीक्षा की जानी चाहिये और अगर इन पर नियुक्तियां नहीं हुई हैं तो उनकी समीक्षा कर भर्ती रोकी जा सकती है. इसके अलावा कार्यशालाओं में कर्मचारियों को क्षमतावान बनाया जा सकता है.’
आयुक्त के पत्र में कहा गया है, ‘जैसाकि आप जानते हैं कि सरकार का आदेश है कि रेलवे को पेंशन समेत अपने राजस्व खर्च खुद ही वहन करने होंगे. कोविड-19 के चलते इस साल की लक्षित कमाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है.’ आयुक्त ने रेलवे के सभी जोन को कर्मचारियों पर होने वाले खर्चों में कटौती और उन्हें कई कार्यों में दक्ष बनाने, अनुबंधों की समीक्षा करने, बिजली उपभोग कम करने और प्रशासनिक तथा अन्य क्षेत्रों में खर्चों में कटौती का सुझाव दिया गया है.