आज 1 जून को सप्तमी तिथि और रवि योग बन रहा है। अत्यंत खास बात ये है कि ज्येष्ठ मास की शुरुआत का ये पहला मंगलवार है। जिसे बड़ा मंगलवार कहा जाता है। वैसे प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती है। उनके रूप को ही मंगलमूर्ति कहा गया है परन्तु ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को हनुमान जी की विशेष पूजा का महत्व है।
ज्येष्ठ माह में भगवान हनुमान जी को श्रेष्ठ व भक्त वत्सल के रूप में पूजा जाता है। भगवान शिव के सब अवतारों में से हनुमान जी सबसे श्रेष्ठ हैं जो कि कलयुग में प्रत्यक्ष रूप से मौजूद हैं। भगवान शंकर और राम जी से इन्हें अमरता का वर इसी माह के मंगलवार को प्राप्त हुआ था। वैसे भी मंगल अग्नि का प्रतीक हैं और ज्येष्ठ माह में सूर्य का प्रभाव भी बहुत अधिक रहता है। बंजरगबली को प्रसन्न करने का आज सुअवसर है, हर कष्ट का अंत होगा तुरंत और होगा से मंगल ही मंगल।
आज किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर देसी घी की बूंदी चढ़ा कर दंडवत प्रणाम करें। अपने अहम, नेगेटिव विचारों और समस्याओं को हनुमान जी के चरणों में समर्पित कर रक्षा सूत्र बांध कर उनसे रक्षा करने का आशीर्वाद लेकर अपने घर लौट आएं।
आज अपने घर के ऊपर भगवा, केसरिया या सिंदूरी रंग की पताका जिस ओर उड़ते हुए बजरंगबली का चित्र बना हो। पूजन कर के लगाएं। ऐसा करने से हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होगा। यदि किसी हनुमान मंदिर में पताका लगाई जाए तो हर कष्ट का अंत तुरंत होगा।
हनुमान जी का बैठी मुद्रा में लाल रंग का चित्र अपने घर की दक्षिण दिशा में लगाएं। सकारात्मकता बनी रहेगी। घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी का चित्र लगाने से कोई भी नकारात्मक शक्ति अपना प्रभाव नहीं दिखा पाएगी। घर में धन का प्रवाह बढ़ाने के लिए हनुमान जी का चित्र लगाएं, जिसमें वे भगवान राम की सेवा में लीन हो।
Also read- https://khabarsatta.com/india/resident-doctors-protest-against-baba-ramdev-by-dam-black-band/
शीतल जल और गुड़ का दान करने से मंद पड़ा भाग्य प्रबल होता है। बर बिगड़ा काम बनने लगता है।
हनुमान जी को बेसन या बूंदी के लड्डू, इमरती अथवा मालपुआ चढ़ाकर गरीबों में बांटें। ऐसा करने से नवग्रहों के प्रभाव को शांत किया जा सकता है।