MP के आदिवासी भाइयों की चमकी किस्मत: पन्ना खदान से 19.2 कैरेट का हीरा निकाला

सूत्रों के अनुसार, उनके द्वारा खोदे गए बहुमूल्य पत्थर की नीलामी में कम से कम 75 लाख रुपये तक की कीमत मिलने की संभावना है।

SHUBHAM SHARMA
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MP के आदिवासी भाइयों की चमकी किस्मत: पन्ना खदान से 19.2 कैरेट का हीरा निकाला

भोपाल (मध्य प्रदेश): गरीबी में जी रहे दो आदिवासी भाइयों ने पन्ना में लीज पर ली गई खदान में हीरा खोदकर अमीर बनने का सपना देखा था। बुधवार को उनका सपना सच हो गया। दोनों भाइयों की जिंदगी हमेशा के लिए बदलने वाली है क्योंकि दोनों ने 19.22 कैरेट का हीरा खोदकर निकाला है जिसकी कीमत उन्हें कम से कम 75 लाख रुपये मिलने का अनुमान है।

हर रोज़ की तरह, 40 वर्षीय राजू गोंड और उनके छोटे भाई राकेश, 26 वर्षीय, पन्ना के कृष्णा कल्याणपुर (पट्टी) में अपने हीरा खदान में गए थे, जिसे परिवार ने पट्टे पर लिया था। जब भाई मिट्टी खोद रहे थे और छान रहे थे, तो उन्हें एक चमकता हुआ पत्थर दिखाई दिया। उन्हें तुरंत एहसास हुआ कि उन्हें जैकपॉट मिल गया है – एक ऐसा हीरा जो उनकी ज़िंदगी बदल देगा। दोनों तुरंत ही हीरा कार्यालय पहुंचे और कीमती पत्थर जमा कर दिया।

हीरा परीक्षक की पुष्टि

पन्ना हीरा परीक्षक अनुपम सिंह ने बताया कि हीरा जमा कर दिया गया है और इसका वजन 19.22 कैरेट है। अधिकारियों ने बताया कि कच्चे हीरे की नीलामी की जाएगी और सरकारी रॉयल्टी और करों में कटौती के बाद उससे मिलने वाली राशि मजदूर को दी जाएगी।

परिवार के लिए बड़ा मौका

पन्ना से करीब 6 किलोमीटर दूर अहिरगुआन कैंप गांव में रहने वाले राजू ने बातचीत में बताया कि हीरे की बिक्री से मिलने वाले पैसे से वह अपने परिवार को बेहतर जीवन देने के लिए कोई कारोबार शुरू करना चाहते हैं और खेती के लिए जमीन भी खरीदना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि मिलने वाले पैसे से वह अपना कर्ज भी चुकाएंगे। राजू की छह बेटियां और एक बेटा है और वह इस पैसे को अपने बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करना चाहते हैं।

खदान लीज पर लेने की कहानी

राजू ने बताया कि उसने करीब डेढ़ महीने पहले अपने पिता चुन्नूवाड़ा गोंड के नाम पर एक खदान लीज पर ली थी। वह अपने भाई और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर इस उम्मीद में खुदाई कर रहा था कि किसी दिन उसे कोई कीमती पत्थर मिल जाएगा।

दिलचस्प बात यह है कि अब वह और भी हीरे खोजने की उम्मीद में और भी हीरे की खदानों के लिए आवेदन करना चाहता है। उसके छोटे भाई राकेश ने बताया कि उसके दूर के रिश्तेदार को भी कुछ समय पहले हीरा मिल गया था।

भविष्य की योजनाएं

राजू और राकेश की इस उपलब्धि ने उनके जीवन में न केवल आर्थिक स्थिरता लाई है बल्कि उनके सपनों को भी नए पंख दिए हैं। राजू ने कहा कि वह मिलने वाले पैसे से अपने परिवार की जिंदगी बेहतर बनाने के लिए योजनाएं बना रहे हैं। वह एक नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, कृषि भूमि खरीदना चाहते हैं, बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं और अपने सभी ऋण चुकाना चाहते हैं।

आदिवासी समुदाय के लिए प्रेरणा

राजू और राकेश की कहानी अन्य आदिवासी समुदायों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है। उनकी कड़ी मेहनत और सफलता ने यह साबित कर दिया है कि सही दिशा में मेहनत और प्रयास से जीवन में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।

हीरा क्षेत्र की संभावनाएं

पन्ना क्षेत्र में हीरे की खदानें हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रही हैं। यहां कई लोगों ने किस्मत आजमाई है और कुछ ने अपनी जिंदगी को बदलने में सफलता पाई है। राजू और राकेश की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि यह क्षेत्र अब भी संभावनाओं से भरा हुआ है।

इच्छा सूची:

  • व्यवसाय शुरू करना
  • कृषि भूमि खरीदना
  • बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा सुनिश्चित करना
  • ऋण चुकाना
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Khabar Satta:- Shubham Sharma is an Indian Journalist and Media personality. He is the Director of the Khabar Arena Media & Network Private Limited , an Indian media conglomerate, and founded Khabar Satta News Website in 2017.
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