नई दिल्ली। Seoni Vartika Rai Arrested By Delhi Police From Seoni कोरोना कोविड 19 के लिए प्रयुक्त होने वाले रेमडेसिविर नामक इंजेक्शन की कालाबाजारी के अनेक मामले सामने आने के बाद अब मध्य प्रदेश के सिवनी शहर का नाम भी इससे जुड़ गया है। मध्य प्रदेश के सिवनी शहर में मनोविज्ञान की एक 18 वर्षीय छात्रा (Vartika Rai) को कथित तौर पर धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
छात्रा (Vartika Rai) पर कोविड -19 रेमडेसिविर इंजेक्शन समेत जरूरी दवाएं मुहैया कराने के नाम पर मरीजों और उनके परिवार के सदस्यों से पैसे लेने के आरोप हैं। आरोपी छात्रा (Vartika Rai), इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्रथम वर्ष की छात्रा, वर्तिका राय, सिवनी में अपने घर से लगभग चार दिनों में 11 लोगों को ठगने में कामयाब रही।
उक्त छात्रा के शिकार बने अंकित कुमार ने अपनी शिकायत में कहा कि 01 मई को उनके परिवार को उनके रिश्तेदार के लिए रेमडेसिविर की 5-6 शीशियों की तत्काल आवश्यकता थी, लेकिन उन्हें दवा बाजार में नहीं मिली। अंकित कुमार के अनुसार उन्हें गूगल पर एक विक्रेता के रूप में वर्तिका राय का नंबर मिला और उन्होंने वर्तिका राय से संपर्क किया।
अंकित कुमार की रिपोर्ट के अनुसार वर्तिका राय ने उसे 32 हजार 400 रुपये में 5 शीशी देने का वादा किया। अंकित कुमार द्वारा यूपीआई के माध्यम से पैसे भेज दिए, पर उसे इंजेक्शन की न तो शीशियां मिलीं न ही उसके बाद वर्तिका राय के द्वारा उसके फोन ही उठाए गए। आरोपी छात्रा के द्वारा उसके कॉल का जवाब देना बंद कर दिया गया। पुलिस के द्वारा फरियादी के द्वारा दिए गए बयान, साक्ष्य आदि के आधार पर जिस बैंक में यूपीआई के जरिए 32 हजार 400 रूपए जमा कराए गए थे, उसका विवरण नोट कर लिया गया।
इधर, डीसीपी (दक्षिण दिल्ली) अतुल कुमार ठाकुर ने आगे बताया कि चूंकि मार्च से लेकर मई पहले सप्ताह तक की स्थितियों में लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की बहुत ज्यादा आवश्यकता थी और लोग इसे लेकर तनाव में भी थे। इस सर्वव्यापी महामारी के कारण उपजी स्थितियों का फायदा उठाकर लोगों को ठगने में आरोपी सफल रही। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा एक दल सिवनी भेजा गया, किन्तु बैंक से खाते का पता नहीं चल पाया।
अतुल कुमार के अनुसार इसके बाद उनके द्वारा उस फोन नंबर जिसके जरिए आरोपी वर्तिका राय के द्वारा अंकित कुमार से बात की गई थी की तकनीकि निगरानी आरंभ की एवं काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) आदि का पता लगाने का प्रयास किया गया। इसके बाद ही आरोपी वर्तिका राय (18) को पुलिस ने धर दबोचा और उसके पास से 32 हजार 400 रूपए नकद तथा उसके बैंक खाते में एक लाख 33 हजार रूपए पाए गए, जिसे सील कर दिया गया है।
पूछताछ के दौरान आरोपी वर्तिका राय ने अपना गुनाह कबूल कर लिया
लगातार पूछताछ के दौरान आरोपी वर्तिका राय ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह जठार अस्पताल के पास, बारापाथर, अकबर वार्ड, सिवनी, एमपी-480661 की स्थायी निवासी है। वह इग्नू विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान प्रथम वर्ष की छात्रा है।
पढ़ाई के साथ-साथ वह इंस्टाग्राम पर पेजों को प्रमोट करना और उससे पैसे कमाना पसंद करती हैं। उनके पिता का अपना मेडिकल स्टोर भी है और चाचा (फुप्पा) COVID से पीड़ित हैं।
इसके बाद, उसने COVID-19 की इस आपातकालीन स्थिति के दौरान एक अवसर देखा और COVID-19 दवाओं की तत्काल आवश्यकता वाले निर्दोष लोगों को धोखा देकर अधिक पैसा कमाने के लिए सोशल मीडिया के इस तरह के उपयोग में दिलचस्पी ली।
बरामद वस्तुएँ जिनका उल्लेख नीचे किया गया है:
- दो मोबाइल फोन।
- बैंकों की पासबुक और चेक बुक।
- चार एटीएम कार्ड।
- नकद लगभग। 32,400/- रु.
- बैंक में 1,33,000/- रुपये जब्त किए गए।
- मामले की आगे की जांच जारी है।