सिवनी: विगत 12 फ़रवरी को जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान जिला काग्रेस में जारी गुटबाजी सामने आ गई है,दरअसल जिला अध्यक्ष द्वारा गठित 2 सदस्यों की कमेटी के समक्ष उपाध्यक्ष पद के 5 में से 3 दावेदार एक राय थे उनमें से किसी एक को दल अपना समर्थन दे दे ,विदित हो उपाध्यक्ष पद के लिये घनश्याम सनोडिया, उपनेंद् अमले, राकेश सनोडिया ,तेजसिंह रघुवंशी व सतीश टेकाम दावेदार थे
काग्रेस किसी कुर्मी सदस्य को उपाध्यक्ष पद देने की मानसिक ता में थी लेकिन उनके पसद के राकेश को अन्य दावेदार समर्थन देने तेयार् नही हुए जिसके कारण काग्रेस कमेटी ने अंतिम दौर तक अधिकृत लेटर पेड पर किसी भी सदस्य को अपना समर्थन नही दिया
सम्मलेन आरभ होते है यह जानकारी काग्रेस के सदस्यों को दी गई राकेश दल के उम्मीदवार है लेकिन इस बात को 7 काँग्रेसी सदस्यों ने स्वीकार नही किया उनका कहना था यह सूचना अधिकरत तौर पर जिला काग्रेस कमेंट को देनी चाहिए थी,
इसके बाद पहले से ही भाजपा व गोंगपा के समर्पक में रहे राकेश को काग्रेस के सदस्यों के बजाय भाजपा व गोंगपा के सदस्यों ने मत दिया बताया जाता है कि गोंगपा के सदस्य सम्मलेन में शामिल नही हो रहे है लेकिन उन पर राकेस के कहने पर भाजपा के नेताओ ने पुलिस के माध्यम से दवाब बनाकर सम्मेलन में आने पर मजबूर कर दिया
मतदान के दौरान राकेस को जो 10 मत मिले ,जबकि उपेन्द्र को काग्रेस के 7 व अन्य 3 के मत मिल पाए,राकेश की इस जीत को काग्रेस भले ही अपनी रणनीति की सफलता बता रही हो लेकिन अब जिला पचायत में काग्रेस के सदस्य एक जुट नही रह पाएंगे क्योंकि इस चुनाव में सघटन ने सिवनी विधानसभा के युवा व अनुभवी सदस्य घनशयाम सनोडिया को किनारे कर उनकी राजनीतिक हत्या की है।
दरअसल खुराना गुट यह नही चाहता था कि विस् सिवनी से घनश्याम सनोडिया को महत्व मिल सके,उपाध्यक्ष पद पर यदि घनश्याम चुन जाते तो वे पूर्व जिला पचायत उपाध्यक्ष लल्लू बघेल,आनंद पजवनी जैसे नेताओं के चुनोती बन जाते
इस चुनाव में राकेश को पितई मसराम,घुरसिह सल्लम,गोवर्धन सिग्राम,शिवांगी उईके, गोंगपा, व भाजप के रजनी ठाकुर,मालती डेहरिया के मत मिले वही राकेश सनोडिया व अन्य दो काग्रेस सदस्यों ने भी उपाध्यक्ष पद के लिये काग्रेस के राकेश को समर्थन दिया है।