सिवनी। बहिन से आए दिन मारपीट करने वाले जीजा को उसके साले ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया था। हत्या के एक पखवाड़े बाद पुलिस ने इस अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश मंगलवार को किया है। हत्या के दोनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
डूंडासिवनी थाना प्रभारी देवकरण डहेरिया ने बताया है कि 5 नवंबर को थाना क्षेत्र के गांव कोकीवाड़ा जाने वाले मार्ग के किनारे झाड़ियों के बीच अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। एसपी कुमार प्रतीक, एएसपी कमलेश खरपुसे व एसडीओपी पारूल शर्मा के निर्देश पर टीम बनाकर इस मामले की जांच शुरू की गई।
जांच के दौरान मृतक की शिनाख्त नगर के टूटी पुलिया बारापत्थर निवासी राकेश पुत्र हरिसिंह सराठे (35) के रूप में की गई। इसके बाद मृतक के रिश्ते में साला लगने वाले अभिषेक सराठे को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में अभिषेक सराठे ने बताया कि उसकी बहिन के साथ अक्सर जीजा राकेश सराठे मारपीट करता था। इससे उसकी बहिन मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित हो गई थी। कई बार जीजा को उसने व स्वजनों से मारपीट नहीं करने की समझाइस दी थी। इसके बाद भी जीजा में कोई सुधार नहीं आया। घटना के दिन 5 नवंबर को बहिन ने उसे बताया कि आज भी पति राकेश सराठे ने शराब के नशे में उसके साथ मारपीट की है।
अभिषेक ने बताया कि बहिन की बात सुनकर उसने जीजा से बदला लेने की ठान ली। उसी दिन उसने जीजा को शराब पीने के बहाने बुलाया और अपने दोस्त राजा उर्फ सुभाष सराठे के साथ मिलकर कोकीवाड़ा गांव के पास जीजा की हत्या कर झाड़ियों में छिपा दिया। पुलिस ने आरोपित अभिषेक व उसके दोस्त सुभाष को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। यहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है।
इस मामले को सुलझाने में डूंडासिवनी थाना प्रभारी देवकरण डहेरिया, एसआइ सदानंद गोदेवर,एएसआइ पीएल देशमुख,आरक्षक राकेश त्रिवेदी, शेखर बघेल, शिववदीप, संतोष साहू, संजय भलावी, मनोल मरावी, नितिन तुमड़ाम, मुकेश गोंडाने व महिला आरक्षक पूनम का योगदान रहा।