सिवनी (Seoni News) धरनाकला: महिला समूहों के हाथों में राशन दुकान का प्रबंधन होगा। जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार, विभिन्न उचित मूल्य वाली दुकानों के विक्रेताओं की जानकारी सहकारिता विभाग, सिवनी, ने जिले की सभी सहकारी समितियों से मांगी थी।
अब जिले के समस्त सहकारी समितियों द्वारा पूर्णकालिक विक्रेताओं की जानकारी उपायुक्त सहकारिता विभाग, सिवनी, को भेज दी गई है। इस आधार पर, राशन दुकानों को महिला समूहों को आवंटित करने की प्रक्रिया भी शुरू हो रही है।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा सभी जिले कलेक्टरों को भेजे गए पत्र में उल्लिखित था कि राशन दुकानों को महिला समूहों को आवंटित करना चाहिए।
इसी आधार पर, जिले की समस्त सहकारी समितियों से पूर्णकालिक विक्रेताओं की जानकारी मांगी गई थी, जो अब पूरी हो चुकी है, और इस आधार पर राशन दुकानों को महिला समूहों को आवंटित करने की प्रक्रिया भी जल्दी होने की खबर विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त हुई है।
दो से चार दुकानों का संचालन एक ही के हाथ में
यह जरूरी है कि वर्तमान में एक ही कर्मचारी द्वारा दो से चार दुकानों का संचालन किया जा रहा है, लेकिन रिकार्ड में दुकान किसी अन्य कर्मचारी के नाम पर दर्शाया जा रहा है।
जब इस सम्बंध में कुछ सहकारी समितियों द्वारा संचालित राशन दुकानों की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत निकाली गई, तो पूरी सच्चाई सामने आई कि समिति प्रबंधक द्वारा समितियों में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी और आपरेटरों के नाम से भी दुकानें आवंटित की गई हैं, जो गलत है। इस प्रकार की अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है।
जिला कलेक्टर ने समय सीमा में जानकारी मांगी
विश्वविद्यालय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिला कलेक्टर, सिवनी, ने उपयुक्त सहकारिता, सिवनी, से समय सीमा में एक से अधिक उचित मूल्य वाली दुकानों के विक्रेताओं की जानकारी मांगी है।
इस परिप्रेक्ष्य में, सहकारिता विभाग, सिवनी, द्वारा जिला कलेक्टर, सिवनी, को जानकारी प्रदान करने की चर्चाएँ शुरू हो गई हैं। यह भी सामने आया कि शासन के निर्देशानुसार महिला स्व-सहायता समूहों को राशन दुकानें आवंटित की जा सकती हैं।
इनका कहना है: शासन के दिशानिर्देशों के आधार पर राशन दुकानें महिला स्व-सहायता समूहों को आवंटित की जा रही हैं। इसके साथ ही, अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। – शैलेश शर्मा, जिला आपूर्ति अधिकारी, सिवनी