सिवनी (Seoni News) धारनाकला: भूमि माफिया की शासकीय भूमि पर नजरें हैं। प्रशासन ठोस कदम नहीं उठा रहा है, और जिले सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मूल्यवान सरकारी भूमि को हथियाने के लिए भूमि माफिया हर संभाव प्रयास कर रहे हैं।
इसका परिणाम है कि धारनाकला में सिवनी-बालाघाट सड़क से लगी शासकीय भूमि, जो राजस्व रिकार्ड में जनपद सभा सिवनी के नाम पर दर्ज है, निजी रूप से पटवारी के साथ की गई संशोधन के बाद बदल गई है।
जनपद सभा सिवनी, तहसीलदार बरघाट और जिला कलेक्टर ने इस जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त करने के लिए सीमांकन करने और आवेदन प्रस्तुत कर दिया है, लेकिन पटवारी संघ की लंबी हड़ताल के कारण यह प्रक्रिया रुकी हुई है।”
शासकीय भूमि की संशोधन कैसे हुई – जांच का विषय
“महत्वपूर्ण है कि राजस्व रिकार्ड के अनुसार जनपद सभा सिवनी के नाम से दर्ज भूमि का क्षेत्रफल 1988-89 में 0.59 हेक्टेयर था, लेकिन इस भूमि का क्षेत्रफल 2012 में संशोधित कर 0.57 हेक्टेयर रह गया और सड़क से लगी शासकीय भूमि का बाजार मूल्य वर्तमान में 4000 से 4500 रुपये प्रति वर्ग फीट है, संशोधित होकर बेच दी गई है, और आलीशान भवन और दुकानें निर्मित हो गई हैं, और वर्तमान में भी निर्माण कार्य शुरू है, लेकिन इस दिशा में प्रशासन द्वारा कदम नहीं उठाने से भूमि माफियाओं की हिम्मत बढ़ गई है, जिसकी निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है।”
किराना दुकान में काम करने वाला मजदूर आज करोड़पति है
“यह भी उल्लेखनीय है कि जैसे ही जनपद सभा सिवनी के नाम से दर्ज भूमि की संशोधन होने की खबर सार्वजनिक हुई, तब से ही धारनाकला में चौक चौराहों पर चर्चाएं हो रही हैं, और लोगों की ज़ुबान पर यही बातें सुनाई दे रही हैं कि किराना दुकान में काम करने वाला प्राय: आजकल धारनाकला में भूमि माफिया के नाम से प्रसिद्ध है.
उनके पास करोड़ों से लेकर अरबों की संपत्ति कैसे आ गई, जिसका न तो सरकार को कुछ टैक्स दिया गया है और न ही सरकार के नियमों के अनुसार कोई टैक्स भरा गया है, और इसके कारण चर्चाओं में गर्मी है।”
समाचार प्रकाशन के बाद मिल रही धमकियाँ
“इसे महत्वपूर्ण बात है कि शासकीय भूमि के संशोधन के मामले में खबर प्रकाशन के बाद से हमें धमकियाँ मिल रही हैं। वही भूमि माफिया, जो किराना दुकान में काम करने वाले मजदूर और हमाल के रूप में जाने जाते थे, अखबार से जुड़े व्यक्ति के परिवार और प्रतिनिधि को धमकी दे रहे हैं, और साथ ही पत्नी द्वारा भी सबक सिखाने की बात लोगों से की जा रही है, जिसकी जानकारी मिलने पर जल्द ही पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर को शिकायत दर्ज की जाएगी.
जिससे भूमि माफिया पर प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाया जा सके, क्योंकि आने वाले समय में जनपद सभा सिवनी के आवेदन पर भूमि संशोधन के मामले की जांच की बात हो चुकी है, और ऐसे परिस्थितियों में भूमि माफिया, जो किराना दुकान में काम करने वाले मजदूर के द्वारा अखबार प्रतिनिधि या उसके परिवार के साथ किसी अच्छे घटना के कार्यकरण पर विचार करने के लिए अपनी जांच की आवश्यकता है।”