सिवनी । सिवनी के एसपी कुमार प्रतीक के नेत्तृत्व में पुलिस पूरे एक्शन मोड में नज़र आ रही है। थानों में पहुँचने वाले मामलों में पुलिस के द्वारा अत्यंत सूक्ष्मता के साथ पड़ताल की जा रही है। शायद इसी का नतीज़ा है कि उगली थाना क्षेत्र में हाल ही में हुई एक हत्या के मामले के आरोपी को पुलिस ने अल्पावधि में ही नागपुर से धर दबोचा।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार उगली पुलिस को बीते रविवार 30 जून को सूचना प्राप्त हुई थी कि ग्राम खैरी में स्थित तालाब की पार पर एक शव पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर उगली थाना प्रभारी हेमंत बावरिया मौके पर जा पहुँचे। अनुविभागीय अधिकारी पुलिस केवलारी के.आर. कर्वेती भी मौके पर जा पहुँचे।
शव की जानकारी आसपास के गाँवों में भेजी गयी जिसके बाद मृतक की शिनाख्त ग्राम खैरी के ही निवासी राम किशन (55) पिता शिव लाल बरमैया के रूप में की गयी। शव के मिलने की सूचना के उपरांत पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के द्वारा पुलिस बल को समुचित निर्देश दिये गये। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल खाण्डेल भी मौके पर जा पहुँचे और इस अंधे कत्ल को सुलझाने के संबंध में उन्होंने भी थाना प्रभारी को आवश्यक निर्देश दिये।
जाँच के दौरान पुलिस के द्वारा मृतक के परिजनों से पूछताछ की गयी जिसके बाद यह बात निकलकर सामने आयी कि मृतक के गाँव में ही निवास करने वाला सेवकराम उईके घटना की रात्रि लगभग 12 बजे मृतक के घर पहुँचा था जहाँ उसके द्वारा कहा गया कि मृतक के तालाब में 03-04 लोग मछली मार रहे हैं। इसके बाद मृतक की पत्नि श्रीमति लक्ष्मी बरमैया ने सेवकराम से अपने घर जाने के लिये कहा गया।
इस जानकारी के बाद पुलिस के द्वारा सेवकराम उईके की तलाश आरंभ कर दी गयी जो गाँव से फरार पाया गया। सेवकराम उईके की तलाश करने के लिये पुलिस के द्वारा दो दलों का गठन किया गया। इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि सेवकराम उईके नागपुर में है जिसको वहाँ से गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिल गयी।
सेवकराम उईके से जब पुलिस के द्वारा पूछताछ की गयी तब उसने पुलिस के सामने हत्या को अंजाम देना कुबूल कर लिया। सेवकराम उईके ने बताया कि वह जब मृतक के घर से रात्रि में वापस लौट रहा था तभी मृतक राम किशन बरमैया उसके पीछे – पीछे आया और भद्दी गालियां देते हुए सेवकराम उईके से कहा कि उसने झूठ बोला है और इसी के साथ मृतक राम किशन बरमैया ने सेवकराम उईके को दो थप्पड़ भी जड़ दिये।
इसके बाद मृतक राम किशन बरमैया तालाब की ओर चला गया। अपने साथ हुए व्यवहार से सेवकराम उईके आवेश में आ चुका था और उसने अपने घर की बाड़ी से एक मोटी लकड़ी निकाली और वह भी तालाब की ओर चला गया। तालाब की पार पर सेवकराम को राम किशन मिला जिस पर सेवकराम ने लकड़ी से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस हमले के चलते राम किशन वहीं गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी।
हत्या की उक्त घटना को अंजाम देने के बाद सेवकराम उईके वहाँ से भाग निकला। आरोपी सेवकराम उईके को पुलिस के द्वारा धारा 302 के तहत गिरफ्तार किया जाकर न्यायालय में पेश कर दिया गया। इस पूरे मामले को सुलझाने में उगली थाना प्रभारी और उनके दल की तत्परता का सराहनीय योगदान रहा।