सिवनी- इन दिनों कम्प्यूटर की कक्षाओं को लेकर मानो होड़ लगी है और सभी इंस्टट्यूट इस होड़ में लगे हुए है कि उनके यहां पर अधिक से अधिक लोग प्रवेश के लिये आये इस हेतु संस्थान द्वारा 4000 रूपए 2000 रूपए,3000 रूपए का शुल्क रखा गया है जो लोगों की समझ से परे है।
ज्ञातव्य है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय विश्वविद्यालय से समृद्ध यह सभी कम्प्यूटर सेंटर अपने विज्ञापनों में बड़ी-बड़ी बातें करते है और विद्यार्थियों को प्रलोभन दिखाते है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही होती है पूर्व वर्षो में देखा गया कि छात्र,छात्राओं को एक साथ प्रशिक्षण देने के नाम पर प्रेम प्रसंग के मामले किसी से छुपे नही है जो भविष्य में कोई बड़े अपराध का कारण बनते है अखबारों में विज्ञापन छपवाकर अपने खिलाफ इन बातों को प्रकाशित ना करने के लिये दबाव बनाने की कोशिश करते है और प्रशासन भी इन प्रायवेट कम्प्यूटर कॉलेजों पर नजर रखने के लिये कभी कोई प्रयास नही करता।
उल्लेखनीय है कि इन संस्थानों में अध्यापन कराने वाले वह लोग होते है जो इन्ही संस्थाओं से डिग्री हासिल करते है और बाद में इन्ही संस्थाओं में अध्यापन कराने लगते है लगभग 10 से 20 वर्षो से यह कम्प्यूटर कॉलेज कभी शुल्क के नाम पर 10 से 20 हजार रूपए तक वसूल करते रहे है लेकिन इस बार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा जिले में लगभग 20 से अधिक सेंटर घोषित कर दिये गये है जिसके परिणामस्वरूप अब विद्यार्थी जो गिने,चुने सेंटरों में जाते थे वह विद्यार्थी अपनी सुविधा के अनुसार नये सेंटरों में जाने लगे उन्हें रोकने के लिये कम्प्यूटर कॉलेजों ने अपनी शुल्क को कम तो कर दिया है लेकिन भविष्य में इन छात्रों से पूर्व की तरह राशि वसूल की जा सकती.