सिवनी , बरघाट । बरघाट में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में अस्पतालों में बेड की कमी को लेकर बरघाट नगर में जनहित के सेवा भाव से हमेशा अग्रसर रहने वाले मोहन परोहा ने सार्थक पहल की है। उन्होंने एक बड़ा निर्णय लेते हुए बरघाट में 100 बिस्तर का कोविड सेंटर बनाने का पूरा खर्चा उठाने की जिम्मेदारी लेते हुए निशुल्क रूप से दवाई उपलब्ध कराने का प्रस्ताव प्रशासन व स्वास्थ्य अधिकारियों को भेजा हैं।
Mohan Paroha is the founder of Paroha Developers
इसमें आवश्यक दवाई, बाहरी जिलों के डाॅक्टरो की सलाह व सेंटर में उपयोग होने वाली सभी सामग्रियों पर होने वाला खर्च वहन करने की पेशकश प्रशासन से की है।
बरघाट निवासी मोहन परोहा (जबलपुर एवं मुंबई में रियल एस्टेट डेवलपमेन्ट कम्पनी के एमडी) ने 23 अप्रैल को बरघाट एसडीएम को भेजे पत्र में कहा है कि जिले में बढते कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बरघाट विकासखंड अंतर्गत बरघाट मुख्यालय में 3-4 माह के लिए 50 बिस्तरों का कोविड सेंटर बनाए जाने शासकीय भवन व शासकीय चिकित्सकों की मांग की गई है।
बीएमओ के दिशा निर्देशन पर कोविड केयर सेंटर आवश्यक स्वास्थ्य अमला उपलब्ध कराने की मांग की गई है, ताकि शासकीय चिकित्सकों की सतत निगरानी में मरीज स्वास्थ्य लाभ ले सकें।
व्यवसायी मोहन परोहा ने पत्र में कहा है कि वे बरघाट मुख्यालय में वह 50 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर जो जरूरत पडने पर 100 बिस्तरों का भी किया जा सकें बनवाने के लिए प्रतिबंद्ध है। इसमें कम गंभीर मरीजों व अन्य के लिए 50-100 बिस्तर व अन्य जरूरी सुविधाएं, दवाइयां, कुछ निःशुल्क दवाइयां, टेलीफोन व वीडियो काल माध्यम से जबलपुर व अन्य बड़े शहरों के सीनियर डाॅक्टर उपलब्ध रहेंगे।
सिर्फ अति आवश्यक परिस्थितियों में आॅक्सीजन सप्लाई का भी प्रयास रहेगा। कोविड केयर सेंटर में उनके द्वारा यथासंभव सभी प्रकार की सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। बरघाट में कोविड सेंटर खुलने से कम गंभीर लोगों को सिवनी-जबलपुर-नागपुर नहीं जाना पड़ेगा। आइसोलेशन व दवाई यही उपलब्ध होगें जिससे अनेक लोगों को सुविधा मिलेगी और जीवन रक्षा होगी।
मोहन परोहा के पत्र के आधार पर बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया ने प्रभारी मंत्री सहित जिला कलेक्टर व सीएमएचओ को पत्र लिखकर कहा है कि कोविड़-19 के जिला प्रभारी व राज्यमंत्री रामकिशोर कांवरे की अध्यक्षता में 13 अप्रैल को कोविड़ के संबंध में जिले में बैठक सम्पन्न की गई थी। बैठक के दौरान मंत्री ने कहा था कि जिले के किसी भी मरीज को इलाज हेतु जिले से बाहर नही भेजा जाएगा। उसका इलाज जिले में ही किया जाएगा। इसके लिए जिले के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी कोविड़ मरीजों के इलाज के लिए बेड़ों की व्यवस्था करनी पड़ेगी।
कोविड़ मरीजों के इलाज हेतु सरकार हर संभव मदद करेगी संसाधनों एवं धन की कोई भी कमी नहीं आने देंगे। इस संबंध में मेरे द्वारा कहां गया था कि इस महामारी से निपटना आसान नहीं है हमें जनता से भी मदद लेनी पड़ेगी क्योंकि समाज में ऐसे बहुत सारे लोग है जो इस तरीके के पुनीत कार्यों में अपना सहर्ष सहयोग प्रदान करते हैं। इस बात की सूचना देते हुए मुझे हर्ष हो रहा है कि बरघाट नगर के मोहन प्रसाद परोहा जो कि वर्तमान में जबलपुर व मुंबई में कार्यरत रियल स्टेट डेवलपमेन्ट कंपनी के एमडी है।
इनके द्वारा बरघाट नगर में फिलहाल फस्र्ट फेस में 50 बिस्तरों का कोविड़ केयर सेंटर की व्यवस्था व जरूरत पड़ने पर 100 बिस्तरों तक इसका विस्तार करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। इसके लिए कोविड़ सेंटर हेतु भवन व आवश्यक स्टाफ की व्यवस्था करें। ताकि तत्काल बरघाट नगर में एक सर्वसुविधायुक्त कोविड़ सेन्टर की स्थापना हो सके।
जिला अस्पताल में कोविड़ मरीजों का भारी दबाव है मरीजों को बेड़ उपलब्ध नही हो पा रहे हैं, मरीज इलाज हेतु यहां-वहां भटक रहे है। सम्पन्न लोग अपना इलाज नागपुर-जबलपुर या अन्य स्थानों में जाकर करा लेते है। परंतु गरीब लोगों को समय से इलाज व डॉक्टरी सलाह न मिलने के कारण असमय मौत हो रही है। ऐसे में कोविड़ केयर सेटर की स्थापना से ऐसी घटनाओं को रोकने में हम कामयाब होंगे।