सिवनी- काग्रेस से निसस्कन के बाद आज कन्हैया तिवारी घंसौर द्वारा पुनः जिला काग्रेस कमेटी पर हमला करते हुए कहा गया कि विधान सभा लखनादौन सिवनी मध्य प्रदेश पिछले 22 वर्ष से लगातार निस्वार्थ रूप से कांग्रेस संगठन का काम करने का काम किया। *को इस लिए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया*
१ – विधायक योगेंद्र सिंह बाबा की पिछले *5 वर्षों की कार्यप्रणाली को लेकर संगठन में आवाज उठाई* इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
२ – ब्लॉक स्तर पर बैठक नहीं बुलाई गई *घर बैठे जिला अध्यक्ष राजकुमार खुराना व विधायक योगेंद्र सिंह बाबा ने जिला कार्यकारिणी गठन कर दी* गई जिसका *हमने विरोध* किया इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
३ – जिला पंचायत सदस्य चित्रलेखा नेताम *पूर्व से ही महिला कांग्रेसी जिला उपाध्यक्ष थी* पुनः उनको मुख्य संगठन में *जिला उपाध्यक्ष से सम्मानित कर दिया* इसका हमने *विरोध किया* इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी से निष्कासन कर दिया गया।
४ – *पूर्व से पदों* में बैठे लोगों को *पुनः जिले में स्थान* एवं कुछ दिन पूर्व *बाहर से आए किराए* में रह रहे *आरिफ खान*(जिसको विधायक का डाकिया भी कहा जाता है) *जैसे व्यक्ति* को जिले के महत्त्व पूर्ण पद *जिला महामंत्री से सम्मानित किया* गया उसका *हमने विरोध किया* इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी से निष्कासन कर दिया गया।
५ – जिला कार्यकारिणी में न *मेहरा,कतिया, शिवहरे, रजक, यादव, एवं अन्य समाज* के निष्ठावान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की *उपेक्षा की* गई उसका *हमने विरोध किया* इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया ।
६ – 2013 में निस्वार्थ रूपसे जिन कांग्रेस के जिम्मेदार लोगों ने समर्पण होकर कांग्रेस को जिताने का काम किया योगेंद्र सिंह बाबा और ब्लॉक घंसौर के संगठन ने आज तक उनको महत्व नहीं दिया हमने यह् बात उठाईइसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
७ – विधायक योगेंद्र सिंह बाबा को लेकर श्रेत्र में व्यापक विरोध के चलते हमने स्थानीय एवं मूल आदिवासी विधायक की बात रखी इसलिए कांग्रेस पार्टी से मुझे निष्कासन कर दिया गया।
८ – 19 सितंबर 2017 को *सर्वसम्मतीसे आलोक बाजपाई जी को ब्लाक अध्यक्ष बनाया उसके विपरीत संगठन को दरकिनार कर पुनः योगेंद्र सिंह बाबा ने राजेंद्र पटेल को ब्लॉक अध्यक्ष बनाया उसका हमने विरोध किया इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया
९ – वहीं 10 सितंबर 2018 को भारत बंद के द्वारा सर्वसम्मति से एक बार ज्ञापन सौंप दिया गया* उसके बाद योगेंद्र सिंह बाबा की मामी चित्रलेखा नेताम जिला पंचायत सदस्य एवं विधायक योगेंद्र सिंह बाबा के द्वारा चित्रलेखा नेताम के घर में तहसीलदार को बुला कर ज्ञापन दोबारा सौंपा गया इसका हमने *कड़ा विरोध किया इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
१० – विधायक योगेंद्र सिंह बाबा व चित्रलेखा नेताम के द्वारा हमारी मातृ शक्तियो एवं सभी जाति धर्म के निष्ठावान संघर्षशील कांग्रेसियों की उपेक्षा की जा रही थी, उस बात को हमने संगठन में आवाज उठाई इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
११ – आज दिनांक तक विधायक योगेंद्र सिंह बाबा न ही *ब्लॉक संगठन के द्वारा सरकार के खिलाफ में न क्षेत्रीय जन हितेषी मुद्दों को लेकर कोई भी बड़ा धरना प्रदर्शन आंदोलन नहीं किया गया जिसका हम लगातार विरोध करते रहे। जबकि विपक्ष में रहते हुए यह हमारा प्रमुख दायित्व था।
12 – जिला अध्यक्ष राजकुमार खुराना के बनने के बाद विधायक योगेंद्र सिंह बाबा के साथ मिलकर लगातार लखनादौन विधान सभा को गुटबाजी की सारी सीमाएं तोड़कर काम किया जा रहा हैं इसका हमने विरोध किया इसलिए कांग्रेस पार्टी से हमको निष्कासित कर दिया गया।
१३ – कारण बताओ नोटिस में ह्हमें भाजपा के साथ सांठगांठ का आरोप लगाया गया था जब हमने नर्मदा परिक्रमा के दौरान फग्गन सिंह कुलस्ते जी का विरोध किया था उसकी पेपर कटिंग डाली और चैलेंज किया कि एक भी भाजपा के कार्यक्रम की किसी भाजपा के नेता के साथ हमारी फोटो निकाल दें तो हम राजनीति से संन्यास ले लेंगे!
तो निष्कासन लेटर में सम्मानीय उर्मिला सिंह जी का हवाला देक के हमें निष्कासित किया गया।
हमारे ऊपर लगाए झूठे आरोपों का जवाब मांगा इसलिए हमें कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
जिला अध्यक्ष राजकुमार खुराना जी के बनने के बाद से संगठन हमें कहीं नजर नहीं आ रहा था! तो संगठन हित में बनाए गए गुरप मैं। संगठन तक अपनी बात रखी थी इस लिए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।