सिवनीः मध्य प्रदेश के सिवनी में आज सोमवार सुबह करीब 6.46 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए.जिसकी तीव्रता 3.4 रिक्टर थी. भूकंप का झटका जैसे ही लोगों ने महसूस किया लोग घर से बाहर निकले। जिला मुख्यालय व आसपास के गांव क्षेत्रों में इन दिनों जोरदार भूकंप के झटकों से नागरिकों के मन में दहशत का वैसे ही माहौल है। सोमवार को सुबह आए जोरदार भूकंप से लोगों में और भी ज्यादा दहशत भर दी है। अब लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि यह भूकंप के झटके बार-बार यहां क्यों आ रहे हैं?
हालांकि इस मामले में शासन-प्रशासन भी चिंतित नजर आ रहा है और जिले में भूकंप मापी यंत्र लगाए जाने, शासन-प्रशासन द्वारा आमजनों को भूकंप से सचेत रहने के निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं।पिछले 14 दिनों में सिवनी जिले में आने वाला ये चौथा भूकंप का झटका है. सिवनी जिले में पहला भूकंप का झटका 3.3 तीव्रता की गति से महसूस किया गया था, जो 27 अक्टूबर को आया था.
मौसम वैज्ञानिकों ने सिवनी में आए भूकंप की गति नहीं बताई है. परन्तु सरकारी वेबसाइट में दर्ज झटको के अनुसार आज सुबह महसूस हुआ झटका 3.4 तीव्रता का बताया जा रहा है. वहीँ चौथी बार भूकंप आना सिवनी की धरती को बड़े खतरें से बचा रही है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बार-बार कम गति के भूकंप आने से उस जगह पर आने वाले बड़े भूकंप का असर कम हो जाता है. सिवनी में पिछले तीन भूकंप सामान्य से कम गति के ही आए है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार जाए तो सिवनी में आने वाले ये भूकंप बड़ी दुर्घटना को टालने का काम कर रहे है.
सिवनी में यहां ज्यादा महसूस किए गए झटके
शहर के डूंडासिवनी, छिड़िया, पलारी, बारापत्थर, कटंगी रोड क्षेत्र, जनता नगर, गणेश चौक, शुक्रवारी क्षेत्र समेत शहर के अन्य इलाकों में भी सोमवार सुबह 6.46 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
पूरा घर हिल गया, दीवारों में आ गई दरारें
डूंडासिवनी, छिड़िया पलारी क्षेत्र के दिनेश ठाकरे, अखिलेश राय, दिलीप नेमा समेत अन्य लोगों ने बताया कि सोमवार सुबह 4 से 5 बजे के बीच 2-3 बार हल्के झटके महसूस किए गए वहीं 6.46 बजे तेज झटका आने से पूरा घर हिल गया। कई लोगों के घरों की दीवारों में दरारें आ गई।
यह भी पढ़ें : भूकंप के दौरान सतर्कता से जुड़ी कुछ जरूरी बातें, जरूर पढ़े और सबके साथ शेयर जरूर करें
कारण जाने उत्सुक है लोग
शहर में बीते 3 माह से भूगर्भीय हलचल हो रही। नवंबर के महीने शुरू होते ही अब यह हलचल तेज हो गई है। इस माह तेज आवाज के झटके रिक्टर में दर्ज भी हो चुके है। लगभग हर दिन डोल रही धरती से लोग अब दहशत में आ गए हैं। रातों में लोग अपने घरों में जाने से भी डर रहे है। भूगर्भीय हलचल का पता लगाने के लिए टीम आने वाली है। इससे लोगों में बार-बार आ रहे भूकंप के कारण जानने की उत्सुकता बढ़ गई है।
भूकंपीय हलचल की जांच के लिए आज आएगा 3 सदस्यीय दल
भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र से 3 सदस्यीय दल सोमवार को सिवनी पहुंचकर जिले में हो रही भूकंपीय हलचल की जांच शुरू करेगा। प्रभावित क्षेत्रों में उपकरणों की मदद से भू-गर्भीय हलचल के कारणों का पता लगाने की कोशिश भी करेगा। दल के सदस्य जिला प्रशासन के अधिकारियों से मिलकर आवश्यक जानकारी (डाटा) भी एकत्रित करेगा।
यह भी पढ़ें : भूकंप के दौरान सतर्कता से जुड़ी कुछ जरूरी बातें, जरूर पढ़े और सबके साथ शेयर जरूर करें
क्यों आते है भूकंप?
हमारी पृथ्वी निरंतर सूर्य के चारों एक ही गति से घूमती रहती है. जिससे कि पृथ्वी के हर हिस्से में सूर्य की रोशनी निश्चित मात्रा में पहुंच सके. इसी दौरान अगर पृथ्वी में घूमने में किसी तरह का परिवर्तन होता है, तो उससे हमें जमीन पर झटके महसूस होते हैं. आम तौर पर 5.0 से कम तीव्रता के भूकंप दर्ज किए जाते है, जो उतने हानिकारक नहीं होते हैं.
कितनी देर तक आया भूकंप है खतरनाक?
सिवनी में भी पृथ्वी की गति में परिवर्तन के कारण ही भूकंप के झटके महसूस किए गए. सिवनी में अब तक सामान्य से कम गति के भूकंप दर्ज किए गए थे. जो कि मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार ज्यादा खतरनाक नहीं होता है. वैज्ञानिकों ने भूकंप मापने के दो पैमाने बताए है, एक है भूकंप की तीव्रता यानी किस गति से भूकंप आया, और दूसरा है समय अंतराल अर्थात कितनी देर तक भूकंप आया.
यह भी पढ़ें : भूकंप के दौरान सतर्कता से जुड़ी कुछ जरूरी बातें, जरूर पढ़े और सबके साथ शेयर जरूर करें
कितने समय अंतराल का भूकंप कितना हानिकारक?
1. वैज्ञानिकों के अनुसार अक्सर भूकंप 30 से 40 सेकंड का आता है. जो सामान्य और कम नुकसानदायक है
2. अगर यही भूकंप दो मिनट से ज्यादा तक आ गया, तो ये क्षेत्र को भयंकर नुकसान पहुंचा सकता है.
कितने रिक्टर स्केल का भूकंप है कम खतरनाक?
1. 6.0 से कम तीव्रता के भूकंप देश में 100 से ज्यादा बार दर्ज किए जाते है, जो 150 किलोमीटर के क्षेत्र को हानी पहुंचा सकता है.
2. 6.0 से 6.9 की तीव्रता वाला भूकंप 160 किलोमीटर के दायरे में खतरनाक होता है.
3. 7.0 से 7.9 की ताव्रता वाला भूकंप साल में औसतन 15 से 20 बार दर्ज किया जाता है. जो एक बड़े क्षेत्र को नुकसान पहुंचा सकता है.
4. 8.0 से 8.9 की तीव्रता वाला भूकंप कई सौ किलोमीटर वाले क्षेत्र में भयंकर तबाही मचा सकता है. जो साल में मुश्किल से एक बार दर्ज किया जाता है.
5. 9.0 से 9.9 हजारों किलोमीटर वाले क्षेत्र को बर्बाद करने के लिए काफी है. जो 15 से 20 सालों में एक बार देखने को मिलता है.
6. दुनिया में आज तक 10 से ज्यादा तीव्रता वाला भूकंप आज तक दर्ज नहीं किया गया है. वैज्ञानिकों के अनुसार इस तीव्रता का भूकंप किसी छोटे देश को पूरी तरह तबाह कर सकता है.