भोपाल-विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शिवराज सरकार एक बड़ा सियासी दांव चल सकती है। जिससे विधानसभा चुनाव में उसको काफी फायदा मिल सकता है। दरअसल, देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में तेजी से वृद्धि हो रही है। जिस रफ्तार से दाम बढ़ रहे हैं उससे लगता है पेट्रोल शतक लगा सकता है। कांग्रेस बढ़ती तेल कीमतों को लेकर सड़क पर उतर चुकी है और भारत बंद भी करवा चुकी है। सरकार भी कुछ हद तक इस मसले पर बैकफुट पर नजर आई। सूत्रों के मुताबिक आचार संहिता से पहले शिवराज सरकार वैट घटाने का ऐलान कर सकती है।
दरअसल, अक्टूबर के पहले हफ्ते में आचार संहिता लागू होनी संभावना है। लिहाजा सरकार उससे पहले अपनी सभी बड़ी योजनाओं को पास करना चाहेगी। इसमें एक बड़ा कदम वैट घटाने का भी है। सूत्रों के मुताबिक आचार संहिता से पहले सरकार वैट में कटौती का ऐलान कर सकती है। इसके पीछे दो संभावनाएं जताई जा रही हैं। पहली तो विधानसभा चुनाव और दूसरी बीते साल अक्टूबर में ही सरकार ने पेट्रोल डीजल पर वैट कम किया था। इस साल भी सरकार के पास सियासी दांव चलने के लिए ये आखिरी मौका होगा। पिछले साल राज्य सरकार ने राज्य में पेट्रोल की कीमत पर तीन और डीजल पर पांच फीसदी वैट में कटौती का फैसला लिया था। इसके बाद राज्य में डीजल 3.94 रुपए और पेट्रोल 1.62 रुपए सस्ता हो गया था।
ऐसे समझें गणित
राज्य सरकार ने पेट्रोल पर वैट 31 से 28 फीसदी कर दिया था। अगर हम 28 फीसदी के अंतर का आंकलन बीते साल अक्टूबर 2017 से सितंबर 2018 तक करें तो पेट्रोल पर अभी तक 14.88 रुपए की बढ़ोती हुई है। वहीं डीजल की बात की जाए तो वैट 27 से 22 फिसदी किया गया था। वहीं, 1.5 रुपए प्रति लीटर अतिर्कित वैट हटाया गया था। 14 अक्टूबर 2017 को पेट्रोल के दाम 73.19 रुपए प्रति लीटर थे और डीजल के दाम 59.46 रुपए प्रति लीटर। 20 सितंबर 18 को पेट्रोल 88.07 रुपए प्रति लीटर था और डीजल 77.92 रुपए प्रति लीटर था