Seoni/Chhindwara: छिंदवाड़ा जिले में जल संसाधनों के कुशल प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पेंच व्यपवर्तन परियोजना के अंतर्गत माचागोरा बांध के मुख्य द्वार खोल दिए गए हैं, जिससे पेंच नदी के माध्यम से भीमगढ़ बांध तक पानी पहुंचेगा। यह निर्णय गर्मियों के मौसम में पेयजल संकट की समस्या से जूझ रही चौरई, चांद और ग्रामीण क्षेत्रों की जनता और मवेशियों को राहत प्रदान करने हेतु लिया गया है।
इस योजना के अंतर्गत माचागोरा बांध से पेंच नदी के रास्ते पानी को भीमगढ़ जलाशय तक पहुँचाया जा रहा है, जिससे सिवनी जिले को जल की आपूर्ति की जा सके। लेकिन सिवनी के भीमगढ़ तक पानी पहुँचने में कम से कम अभी 7 दिनों का समय लगेगा और सिवनी को पूरी तरह जलसंकट से छुटकारा लगभग 10 दिनों बाद मिल पायेगा.
पेंच व्यपवर्तन परियोजना का महत्व
पेंच व्यपवर्तन परियोजना, मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की एक महत्त्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में सिंचाई, पेयजल और निस्तारण की आवश्यकताओं को पूरा करना है। इस योजना के अंतर्गत माचागोरा बांध से पेंच नदी के रास्ते पानी को भीमगढ़ जलाशय तक पहुँचाया जाता है, जिससे सिवनी जिले को जल की आपूर्ति की जा सके।
छिंदवाडा सांसद विवेक बंटी साहू की पहल
सांसद श्री विवेक बंटी साहू ने इस संदर्भ में जल संसाधन विभाग को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि चौरई, चांद एवं आसपास के क्षेत्रों में लोगों और पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उनकी पहल पर कार्यवाही करते हुए कार्यपालन यंत्री एस.के. सिरसाम के निर्देशन में 19 अप्रैल 2025 को माचागोरा बांध के रेडियल गेट खोले गए।
17 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया
जल संसाधन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि लगभग 17 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया है, जो पेंच नदी के जल स्तर में वृद्धि करेगा और नदी के बहाव को सुचारु बनाएगा। इसका सीधा लाभ उन ग्रामीणों को मिलेगा, जो नदी किनारे बसे हुए हैं और कृषि तथा पशुपालन पर निर्भर हैं।
ग्रामीणों के लिए सावधानियां और अपील
बांध के द्वार खोलने के साथ-साथ विभाग ने नदी तटीय क्षेत्रों में बसे ग्रामवासियों से आग्रह किया है कि वे नदी किनारे न जाएं। नदी का जलस्तर बढ़ने से डूब क्षेत्र में आने वाली संपत्ति और जान की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
जल संकट से निपटने में मददगार साबित होगा यह निर्णय
गर्मियों के इस कठिन समय में जल संकट एक आम समस्या बनकर उभरी है। ऐसे में माचागोरा बांध से जल प्रवाह शुरू करना एक बड़ी राहत मानी जा रही है। इससे पीने के पानी, घरेलू उपयोग, और पशुपालन की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी।
भीमगढ़ बांध तक पहुंचेगा पानी
माचागोरा से छोड़ा गया पानी पेंच नदी के माध्यम से भीमगढ़ बांध तक पहुंचेगा। इससे भीमगढ़ जलाशय में भी जलस्तर में बढ़ोतरी होगी, जो सिवनी जिले में चल रहे जलसंकट के बीच राहत मिलेगी और जलापूर्ति के लिए सहायक सिद्ध होगा।
जल संसाधन विभाग की सक्रियता
जल संसाधन संभाग क्रमांक-1 चौरई की टीम पूरी तरह से सक्रिय है। अधिकारी नियमित रूप से जल प्रवाह की निगरानी कर रहे हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन दल भी तैयार रखा गया है। यह सुनिश्चित किया गया है कि पानी का सदुपयोग हो और किसी भी प्रकार की क्षति न हो।