सिवनी-/ गोटेगांव-स्वास्थ्य की चिंता छोड़ डाक्टरो के मना करने के बाद भी गुरु गुफा पहुँचे शंकराचार्य जी संकल्प किया पूर्ण किया भूमि पूजन बनेगा आदि शंकराचार्य जी की वास्तविक दीक्षा स्थली पर भव्य मंदिर
गोटेगाव साकल घाट के पास हीरा पुर गोविन्द नाथ वन जो कि आदि शंकराचार्य जी की वास्तविक दीक्षा स्थली है यहाँ पर हजारों भक्तों व्यापक उपस्थिति में ज्योतिष एवं द्वारका शारदा जगत गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वारूपनंद सरस्वती जी महाराज जी के कर कमलो से भव्य मंदिर निर्माण, के लिए भूमि पूजन किया गया जिससे आने वाली पीढ़ी आदि गुरु शंकराचार्य जी की वास्तविक दीक्षा स्थली के दर्शन कर धर्म लाभ ले सके ।शंकराचार्य जी ने गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए कहा ह धर्म की रक्षा हेतु हमेशा डाक्टर की अनुमति नहीं होने के बाद भी यहाँ आया हूँ ओर बड़ी खुशी की बात है इस कार्य में छत्तीसगढ़ तक से भक्त पधारे हैं ।गुरु जी ने कहा मुख्यमंत्री यहाँ आये थे कहा था कि, यहाँ बड़ी अलौकिक शांति मिली कुछ करेगे परन्तु कुछ नहीं किया, यह कौन सा एकतामवाद है कि जो आप की बात से सहमत है तो ठीक नहीं तो स्थान हो बदल दिया ।हमारे आदि गुरु शंकराचार्य जी की तपो स्थली यही है ।समस्त भ्रम दूर करे यही पर आदि शंकराचार्य जी को ज्ञान मिला था गुरु गुफा वास्तविक स्वरूप में आज भी है जब ओंकारेश्वर में ईट पत्थर की गुफा है जबकि गुफा पहाड़ो में ही होती है न कि ईट पत्थर से बनाती जाती ह ।इस अवसर पर । हाईकोर्ट बार ऐशोसियन के अध्यक्ष आदर्श मुनि त्रिवेदी ने कहा कि सनातन हिन्दू धर्म के इतिहास को बदलने काम यह निन्दनीय है गजेटियर मैं भी स्पष्ट उल्लेख है कि आदि शंकराचार्य जी की तपो स्थली गुरु गुफा गोविन्द नाथ वन ही है ।जय रेवा खंड की ओर से एक लाख रुपये, सहित अनेक भक्तों ने लाखों रूपये एवं सामग्री को दान देने की घोषणा की, आयोजन का विस्तृत जानकारी देते हुए संचालन शंकराचार्य जी के निजी सचिव ब्रह्माचारी सुबुद्धानंद जी ने किया । इस अवसर पर दण्डी स्वामी अमृता नंद सरस्वती जी, आचार्य महामण्डलेश्वर रामकृष्ण नंद जी ब्रह्मचारी चैतन्या नंद जी, ज्योतिष पीठ पीठ पंडित रविशंकर जी ,इन्दुभवन ब्रह्चारी जी ,अचलानंद जी सहित हजारों गुरु भक्तों की उपस्थिति रही। गुरु जी ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपस्थित व सहयोग के लिए सभी भक्तों; पत्रकारों को साधु वाद दिया ।