मध्यप्रदेश के इस जिले में चंद्रशेखर आजाद ने सीखा तीर चलाना, आज भी इस जगह पर मौजूद है बमों के निशान

By SHUBHAM SHARMA

Published on:

Chandra-Shekhar-Azad

भारत के स्वतंत्र सेनानी और मध्य प्रदेश के लाल शहीद चंद्रशेखर आजाद का शनिवार को जन्मदिन मनाया जा रहा है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा था ‘दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे, एक वक्त था जब उनके इस नारे को हर युवा दोहराता था ।

चंद्रशेखर आजाद अंग्रेजो के खिलाफ भारतीय क्रांति के नायक रहे हैं। उनका जन्म मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के भाबरा गांव में 23 जुलाई 1996 को हुआ था। आज पूरा देश उनको जन्मदिन पर याद कर रहा है। यह भी पढ़ें: MP के लाल Chandrashekhar Azad: आज 23 जुलाई को पूरा देश कर रहा याद, जानिए उनके बारें में कुछ रोचक बातें

इस जगह पर बच्चों के साथ सीखा तीर चलाना

चंद्रशेखर आजाद ने अंग्रेजों से लोहा लिया था और जिस तरह उनका नारा था आखिरकार वैसा ही हुआ ।कहते थे दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं आजाद ही रहेंगे और ऐसा ही हुआ उन्होंने अपने देश को आजाद कराने के लिए खुद की कुर्बानी दी थी।

चंद्रशेखर आजाद का जन्मदिन देशभर के साथ पूरे मध्यप्रदेश में मनाया जा रहा है। चंद्रशेखर आजाद का जन्म अलीराजपुर जिले के भाबरा गांव में हुआ था। उन्होंने इसी भूमि पर स्थित पुरानी गढ़ी क्षेत्र से बच्चों के साथ तीर चलाना सीखा था इसी मिट्टी ने उन्हें आजाद भी बनाया था।

1986 में इस गांव में हुआ था जन्म

चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1986 को मध्य प्रदेश के वर्तमान जिला अलीराजपुर के भाबरा गांव में हुआ था ।तब अलीराजपुर रियासत हुआ करता था। माता पिता ने 6 साल की उम्र में चंद्रशेखर का दाखिला गांव के प्राथमिक विद्यालय में करवाया था।

उच्च विद्यालय में आदिवासी भील बच्चों के साथ उन्होंने तीर कमान चला सीखा। चंद्रशेखर घंटों आदिवासी बच्चों के साथ तीर कमान चलाना सीखने का अभ्यास करते थे। यहीं से सीखी विद्या से अंग्रेजों की लड़ाई में उन्हें यह तीर कमान काफी काम आए थे।

चंद्रशेखर आजाद काकोरी कांड के अज्ञातवास में चले गए थे। कई महीने उन्होंने मध्यप्रदेश के शिवपुरी क्षेत्र के खनियाधाना के समीप स्थित सीतापाठा में बिताए थे। उन्होंने वनों का परीक्षण किया उन वनों से बने निशान आज भी यहां पर देखे जा सकते हैं।

वनों का परीक्षण ही नहीं बल्कि अपने कई क्रांतिकारी साथियों को यहां गोली चलाने की ट्रेनिंग भी उन्होंने ही दी थी ।चंद्रशेखर आजाद का मूछों पर ताव देता हुआ एकमात्र फोटो है। वहां भी खनियाधाना के कलाकार की ही देन है जो कि आज वहां तस्वीर काफी वायरल भी हो रही है।

SHUBHAM SHARMA

Shubham Sharma is an Indian Journalist and Media personality. He is the Director of the Khabar Arena Media & Network Private Limited , an Indian media conglomerate, and founded Khabar Satta News Website in 2017.

Leave a Comment