भारत के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने फिनलैंड के तुर्कू में आयोजित पावो नूरमी गेम्स 2024 में अपनी बेहतरीन भाला फेंक वापसी करते हुए स्वर्ण पदक जीता। नीरज ने 85.97 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ यह सफलता प्राप्त की। यह उनके करियर की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है और आगामी ओलंपिक 2024 के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत भी।
पहले के प्रदर्शन से बेहतर परिणाम
नीरज चोपड़ा ने इससे पहले 2022 में पावो नूरमी खेलों में पहली बार भाग लेते हुए रजत पदक जीता था। इस बार, उन्होंने अपने रजत पदक को स्वर्ण में बदलते हुए 85.97 मीटर के थ्रो के साथ इस स्पर्धा में जीत दर्ज की। यह प्रदर्शन दर्शाता है कि नीरज ने अपने खेल में निरंतर सुधार किया है और वह अपने प्रतिस्पर्धियों से एक कदम आगे हैं।
चोट से वापसी की कहानी
नीरज इस सत्र में अपना तीसरा इवेंट खेल रहे थे और चोट के कारण पिछले महीने चेकिया में ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक एथलेटिक्स मीट में हिस्सा नहीं ले पाए थे। उनकी यह जीत दिखाती है कि उन्होंने चोट से पूरी तरह उबरकर अपनी फॉर्म में वापसी की है। मौजूदा ओलंपिक चैंपियन नीरज के लिए यह जीत एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है क्योंकि वह अगले महीने पेरिस ओलंपिक 2024 की तैयारी कर रहे हैं।
पावो नूरमी गेम्स का महत्व
पावो नूरमी गेम्स एथलेटिक्स की दुनिया में एक प्रतिष्ठित इवेंट है, जो फिनलैंड के तुर्कू में आयोजित होता है। यह इवेंट एथलीटों को अपनी क्षमताओं को साबित करने और विश्व मंच पर अपनी पहचान बनाने का मौका देता है। नीरज चोपड़ा ने इस इवेंट में स्वर्ण पदक जीतकर न केवल अपनी काबिलियत को साबित किया है बल्कि भारत का नाम भी रोशन किया है।