बिहार के दरभंगा जिले में एक सनसनीखेज और गंभीर घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना जाले थाना क्षेत्र की है, जहाँ कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम युवकों ने सड़क पर राहगीरों से छोटी मोती कहा सुनी होने पर धर्म पूछना शुरू कर दिया। जैसे ही किसी व्यक्ति ने स्वयं को हिन्दू बताया, उस पर लाठी, भाला, तलवार, रॉड और धारदार हथियारों से हमला कर दिया गया।
इस घटना ने पहलगाम जैसे आतंकवादी हमलों की यादें ताजा कर दीं, जहाँ धर्म के आधार पर टारगेट किया गया। इस प्रकार की घटनाएं सांप्रदायिक सौहार्द को चुनौती देती हैं और समाज में भय और असुरक्षा का वातावरण बनाती हैं।
कैसे हुआ हमला – घटनाक्रम का विस्तार
घटना के संबंध में बताया गया है कि 6 मई की रात दो बाइक की आपस में टक्कर हुई थी। इसके बाद तू-तू मैं-मैं शुरू हुए विवाद ने खतरनाक रूप ले लिया। इस दौरान सड़क से गुजरने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उनका नाम और धर्म पूछा। फिर लाठी डंडे और धारदार हथियार हमला बोल दिया। इस घटना में 11 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई लोगों सिर फट गए और कई लोगों को गंभीर चोटें आई है।
हमलावरों के पास थे:
- लाठी और डंडे
- भाला और तलवार
- रॉड और धारदार हथियार
- पिस्टल जैसे आग्नेयास्त्र
यह घटना बताती है कि यह कोई सामान्य झगड़ा नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित और संगठित हमला था, जिसमें धर्म के नाम पर लोगों को निशाना बनाया गया।
पुलिस की तत्परता और 21 मुस्लिम पर एफआईआर
घटना की सूचना मिलते ही जाले थाना पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपी फरार हैं और पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
दरभंगा के पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी है कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर बवाल
घटना की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर फैली, लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। कई यूजर्स ने इसे “दरभंगा का पहलगाम कांड” कहा और इसे एक धार्मिक आतंक की संज्ञा दी।