नई दिल्ली, शुभम शर्मा: नए डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) की चिंताओं के बीच, भारत ने अब तक नए COVID-19 वैरिएंट के लगभग 40 मामलों की सूचना दी है, एएनआई ने बताया।
समाचार एजेंसी ने सरकारी सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि इनमें से ज्यादातर नए डेल्टा प्लस स्ट्रेन के मामले महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल और तमिलनाडु के हैं।
इससे पहले मंगलवार (22 जून) को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने डेल्टा प्लस को ‘ चिंता का संस्करण ‘ करार दिया ।
कुछ जिलों में कुछ मामले सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्रालय ने एक एडवाइजरी भी जारी की और तीन राज्यों – महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को सतर्क किया। ये मामले महाराष्ट्र के रत्नागिरी और जलगांव, केरल के पलक्कड़ और पठानमथिट्टा और मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी में पाए गए हैं।
मंत्रालय ने सिफारिश की है कि ये राज्य उन जिलों और समूहों में COVID-19-उपयुक्त व्यवहार, तत्काल नियंत्रण उपायों, उन्नत परीक्षण, ट्रैकिंग और टीकाकरण का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें जहां डेल्टा प्लस संस्करण पाया गया था।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा, “टीकाकरण को बढ़ाना होगा।”
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कहा कि भारत उन 10 देशों में शामिल है जहां अब तक डेल्टा प्लस म्यूटेशन पाया गया है।
भारत के अलावा डेल्टा प्लस वेरिएंट यूएस, यूके, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में पाया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, INSACOG ने सूचित किया था कि डेल्टा प्लस संस्करण, “वर्तमान में चिंता का एक प्रकार (VOC)” में ये विशेषताएं हैं – बढ़ी हुई संप्रेषण क्षमता, फेफड़ों की कोशिकाओं के रिसेप्टर्स के लिए मजबूत बंधन और संभावित कमी मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्रतिक्रिया, पीटीआई ने बताया।