नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को पानी के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस दोनों आम आदमी पार्टी के खिलाफ एक साथ आक्रामक दिखे। दरअसल दिल्ली कांग्रेस, केजरीवाल के घर के बाहर पानी के मुद्दे पर लगातार विरोध प्रदर्शन करती रही है। ऐसे में शुक्रवार को एक ही वक्त एक ही जगह और एक ही मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा दोनों, केजरीवाल के घर के बाहर पानी के मुद्दे पर विरोध करते दिखे।
दिल्ली में निगम चुनाव नजदीक है और बढ़ती पानी की किल्लत दोनों पार्टियों को संजीवनी बूटी से कम नहीं लग रही है। यही वजह है कि इस मुद्दे पर अब भाजपा और कांग्रेस, केजरीवाल सरकार को घेरती हुई नजर आ रही है।
एक मुद्दे पर दोनों पार्टियों का एक साथ केजरीवाल सरकार को घेरना, केजरीवाल की ताकत को कमजोर करने में कामयाब होगा या नहीं? यह तो आने वाले निगम चुनाव में ही पता चलेगा। लेकिन जिस तरह से दोनों पार्टियां अब लगातार आक्रामक हो रही हैं, उसने दिल्ली में चुनाव की सुगबुगाहट तेज कर दी है। कांग्रेस इन मुद्दों के जरिए दिल्ली कि निगम में अपनी जगह बनाना चाहती है ताकि खोई हुई विरासत वापस आ सके। तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा 15 साल से निगम पर काबिज सत्ता को अपने हाथ से गंवाना नहीं चाहती है।
दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में जब केजरीवाल सरकार आई थी तब पानी मुफ्त देने की बात कही थी। आज पानी मुफ्त जरूर आ रहा है, लेकिन वह पीने लायक नहीं है। आए दिन लीवर किडनी के मरीजों की संख्या दिल्ली में बढ़ रही है। टैंकर माफिया दिल्ली में हावी हो चुका है और सरकार चुप्पी साधे बैठी है।
अनिल चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा दिल्ली के मुख्यमंत्री दूसरे राज्यों का दौरा कर मुफ्त बिजली और पानी
का वादा कर रहे हैं. लेकिन दिल्ली की हकीकत कुछ और ही है।
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने भी केजरीवाल सरकार पर पानी की किल्लत को लेकर जमकर हमला बोला। आदेश गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर पानी की पाइप लाइन काटने का आह्वान किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया।