नई दिल्ली। ग्लेन मैक्सवेल एक शानदार ऑलराउंडर हैं, लेकिन पिछले आइपीएल सीजन यानी 2020 में उनका प्रदर्शन किंग्स इलेवन पंजाब के लिए काफी खराब रहा था और इसकी वजह से पंजाब ने उन्हें आइपीएल 2021 के लिए बाहर का भी रास्ता दिखा दिया। अब पिछले साल यूएई में खेले गए आइपीएल के बाद जब वो भारत के खिलाफ अपनी धरती पर वनडे और टी20 सीरीज खेली तब उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था और टीम को टी20 सीरीज में जीत दिलाने में अहम भूमिका भी निभाई थी। मैक्सी सिमित प्रारूप में तो कंगारू टीम के लिए लगातार खेल रहे हैं, लेकिन टेस्ट में वो लंबे अरसे से टीम से बाहर ही हैं।
अब ग्लेन मैक्सवेल ने खुद स्वीकार किया है कि, उनका टेस्ट करियर खत्म हो चुका है। मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए आखिरी टेस्ट मैच साल 2017 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था और उसके बाद से वो टेस्ट टीम में जगह बनाने में कामयाब नहीं रहे हैं। 32 साल के मैक्सवेल ने कहा है कि, मुझे नहीं लगता है कि अब मैं टेस्ट टीम में वापसी कर पाउंगा क्योंकि मैं टेस्ट टीम के आसपास भी नहीं हूं। उन्होंने टेस्ट टीम के बारे में कहा कि, उन्हें पता है कि उन्हें क्या चाहिए और उनके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो फर्स्ट क्लास क्रिकेट के शानदार खिलाड़ी हैं। कैमरन ग्रीन टीम के स्टार खिलाड़ी बनने जा रहे हैं साथ ही ट्रेविस हेड, विल पुकोवस्की ये सब कमाल के खिलाड़ी हैं जिनका औसत टेस्ट मैचों में 40 के आसपास है।
तीन साल पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए आखिरी टेस्ट खेलने वाले मैक्सी का ध्यान अब सिमित प्रारूप के क्रिकेट पर है। उन्होंने कहा कि, वो 2021 और 2022 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप और इसके बाद 2023 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। मैक्सवेल के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 2013 में भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और उन्होंने इस प्रारूप में एकमात्र शतक भी भारत के खिलाफ ही लगाया ता। उन्होंने अब तक खेले 7 टेस्ट मैचों में 26.07 की औसत से 339 रन नबाए हैं और उनका बेस्ट स्कोर 104 रन है।