Seoni Mob Lynching: एस.पी. और थाने के स्टाफ को CM शिवराज ने तत्काल प्रभाव से हटाकर; जांच के लिए SIT गठन के दिए आदेश
सिवनी में कुछ दिन पूर्व आदिवासी युवकों की मॉब लिंचिंग मामले की जांच अब प्रदेश सरकार ने एसआईटी के हाथो में दे दी है। आज शनिवार सुबह सुबह सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM SHIVRAJ SINGH CHOUHAN) ने यह निर्देश जारी किए इसके साथ ही सीएम शिवराज ने सिवनी के एसपी कुमार प्रतीक (SEONI S.P. KUMAR PRATEEK) को भी हटाने का आदेश दिया है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा इस पूरे मामले में तत्काल एसआईटी का गठन किया जाए और तत्काल ही इस पूरे मामले की जांच शुरू की जाए। सिवनी एसपी के साथ साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घटना वाले क्षेत्र के पुलिस थाना कुरई और चौकी बादलपार के पूरे स्टाफ को भी तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया है।
पेंच टाइगर रिजर्व एरिये के जंगलों के बीच गौ मांस के साथ तीन आरोपियों को बजरंग दल के तथाकथित कार्यकर्ताओं ने पकड़ा और उन्हें लाठी-डंडों से मार पीट की गयी, इस घटना में 2 लोगों की मौत हो गयी थी, दो लोगों की मौत के साथ ही एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ जिसका इलाज नागपुर में जारी है।
इस पूरी घटना के सामने आने के बाद से ही कांग्रेस पार्टी इसमें बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का हाथ होने के आरोप लगाते चली आ रही है। वहीँ इस पूरे मामले में सिवनी पुलिस का कहना है कि अभी इसकी पुष्टि होना बाकी है, इस पूरे मामले में पुलिस ने अब तक लगभग 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया हुआ है
सिवनी एसपी के साथ साथ अब सिवनी कलेक्टर को हटाने की मांग जारी
सीएम के ताजा आदेश से भी कांग्रेस पार्टी संतुष्ट नहीं है। मध्य प्रदेश आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय शाह ने इसे मामले की लीपापोती करार दिया है। जिले के कलेक्टर और एसपी ने बिना जांच किए बजरंग दल को क्लीन चिट दी और तथाकथित रूप से पकड़े गए मांस को गोमांस करार दिया। शाह ने कहा है कि पुलिसकर्मियों ने अपने कर्तव्यों के निर्वगन में कोताही बरती। इसलिए उन सभी को निलंबित किया जाना चाहिए। शाह ने एसपी के साथ जिले के कलेक्टर को भी हटाने की मांग की है।