वाराणसी। वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल में शीतलहर और गलन से सोमवार को जनजीवन ठहर सा गया।
सर्द हवाओं और धुंध के चलते सुबह न्यूनतम तापमान भी लुढ़क कर सात डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
गर्म कपड़े पहनने के बाद भी लोग गलन से सिहरते रहे। सर्द हवाएं नश्तर की तरह चुभतीं रहीं। पूर्वाह में धूप निकला भी तो कोहरे और सर्द हवाओं ने मिलकर इसकी तासीर को बेअसर कर दिया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार हिमालयी क्षेत्रों में पिछले तीन चार दिन से हो रही लगातार बर्फबारी का ही असर है कि अब मैदानी भागों में हवाओं में नमी और सिहरन है।
बर्फबारी की वजह से हवा में नमी अधिक है। आने वाले तीन चार दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। इस दौरान कोहरा अधिक पड़ने की संभावना है। ठंड से अलसुबह गंगाघाटों पर नेमी स्नानार्थियों को छोड़कर नागरिकों की संख्या भी कम दिखी।
मौसम का तेवर मकर संक्रान्ति शनिवार अपरान्ह बाद से ही दिखने लगा। अधिकतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले रविवार को कम होकर 18.2 रिकार्ड किया गया।
न्यूनतम तापमान भी कम होकर 11.2 से कम होकर 7.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
सोमवार को तापमान अधिकतम 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 07 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दृष्यता शून्य फीसदी, नमी 59 फीसदी और हवा की रफ्तार 08 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई।