सिवनी- विधानसभा के इतिहास में संभवतः पहला ही मौका रहा होगा जबकि किसी विधायक के द्वारा अपनी मूल आदिवासी भाषा में शपथ ग्रहण की गयी हो। बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया के द्वारा विधायक पद की शपथ गौंडी भाषा में ली गयी।
ज्ञातव्य है कि कभी काँग्रेस का अभैद्य दुर्ग रहा बरघाट विधान सभा क्षेत्र पिछलें तीन दशकों से भाजपा के कब्जे में आ गया था। इस विधान सभा से काँग्रेस की जीत की बातें सोचना दिन में सपने देखने जैसी मानी जाती थीं। इसका कारण बरघाट क्षेत्र में काँग्रेस के अंदर की गुटबाजी को ही माना जाता था।
हाल ही में संपन्न हुए विधान सभा चुनावों में काँग्रेस के अर्जुन काकोड़िया के द्वारा इस मिथक को तोड़ते हुए भाजपा के गढ़ में सेंध लगाते हुए विजय पताका फहरायी गयी है। उन्होंने विधान सभा में गौंडी भाषा में शपथ लिया | गौंडी भाषा को विधान सभा की शपथ प्रक्रिया में अधिकृत न होने के कारण उन्हें हिन्दी में दुबारा शपथ लेना पड़ा।