सिवनी न्यूज़, खबर सत्ता : शहर का सरकारी अस्पताल की खूबसूरती देख मरीज व परिजन अश्चर्यचकित हो रहे हैं। इंदिरा गांधी जिला अस्पताल के वार्डो की खस्ताहाल दीवारें व फर्श अब आकर्षक टाईल्स व सुदंर पेटिंग से चमचमा रहा हैं। ”मैं हूं अस्पताल मित्र योजना” के तहत यहां कलेक्टर प्रवीण सिंह अढ़ायच द्वारा कराए गए सौंदर्यीकरण के कामों से अस्पताल की तस्वीर बदल गई हैं।
सरकारी अस्पताल में मरीजों को महानगरों के निजी हास्पीटल की तरह सुविधाएं मिल रही हैं। वहीं कायाकल्प के कामों से प्रायवेट वार्ड वीआईपी सुविधाओं से लैस हो गया हैं। 700 रुपए प्रतिदिन के मामूली किराए पर मरीजों को यहां सर्वसुविधायुक्त कमरे मिलने लगे हैं।
मरीजों व परिजनों की जरुरतों को ध्यान में रखकर यहां टीवी-एसी व अन्य आवश्यक उपकरण लगाए गए हैं। योजना में जनसहयोग से जुटाई की धनराशि व सरकारी फंड से कलेक्टर प्रवीण सिंह के निर्देशन में अस्पताल के सभी सरकारी वार्डो में मरम्मत व रंगरोगन कराया गया हैं।
दीवारों व फर्श में टाइल्स लगाने के साथ ही आकर्षक पेटिंग से वार्डो को सजाया व संवारा गया हैं। ताकि बेहतर माहौल में मरीजों का इलाज हो सकें। सौंदर्यीकरण पर करीब 2 करोड़ रूपए खर्च किए गए हैं। इसमें से करीब एक करोड़ रूपए के काम जनसहयोग से कराए गए हैं।
मरीजों के लिए बढ़ी सुविधाएं-
अस्पताल की पुरानी इमारत में किए गए कायाकल्प के कामों को देख यहां पहुंच रहे मरीज व परिजन भी आश्चर्य चकित हैं। मुख्य गेट से लगे बरांदे व गैलरी को आकर्षक व सुंदर किया गया हैं। वार्डों के सभी खराब पंखों को बदल दिया गया हैं। यहां लगे पुराने बेड हटा दिए गए हैं। शिशु वार्ड, बर्न यूनिट, एनआरसी कक्ष, मेल मेडिकल सहित सभी वार्डों में जरुरत के मुताबिक कायाकल्प कराया गया हैं।
डॉक्टरों की कमी पर भी चिंता –
जिला अस्पताल सहित प्रदेश में डॉक्टरों की कमी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। अस्पताल प्रबंधन डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने पुरजोर कोशिश कर रहा है। अस्पताल में फिलहाल 26 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों व 8 मेडिकल आफिसरों की कमी हैं। निजी अस्पताल के डॉक्टरों की सेवाएं अस्पताल में ली जा रही हैं, ताकि मरीजों को बेहतर इलाज हो सकें।
रेटिंग में आगे बढ़ा अस्पताल –
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश के सभी अस्पतालों में व्यवस्थाओं की नवज टटोलने पिछले माह विशेषज्ञ टीम को भेजा गया था। सुविधाओं के आंकलन में जिला अस्पताल में इस साल 100 में से 86 अंक मिले हैं। जबकि पिछले साल जिला अस्पताल को 100 में से 40 अंक मरीजों की व्यवस्थाओं पर दिए गए थे। व्यवस्थाएं बेहतर होने के बाद जिला अस्पताल को इस साल प्रदेश म छठवां व संभाग में दूसरा स्थान मिला हैं। कायाकल्प के काम पूरे होने व भोपाल से नए स्वीकृति मिलने के बाद अस्पताल की व्यवस्थाएं और सुधरेंगी।