अंधेरा कायम रहे, बिजली विभाग की मनमानी
सिवनी- मध्य प्रदेश सरकार चुनावी वर्ष में बता रही है कि कैसे उसने दिग्गी राजा के कार्यकाल के दौरान अंधेरे में डूबे प्रदेश को 24 घण्टे विद्युत् उपलबद्ध करवाई है, जहां पर 24 घंटे बिजली उपलब्ध रहता है वही सिवनी के आदिवासी बाहुल्य घँसोर,कहानी,लखनादौन ,केवलारी,कुरई , 24 घंटे में सैकड़ो बार बिजली गुल रहती है इसीलिए लोग कहते हैं कि चिमनी तले अंधेरा या यूं कहें अंधेरा कायम रहे बिजली विभाग की मनमानी कहे या सरकार की नाकामी दिग्विजय सिंह के राह पर चल पड़ी शिवराज सरकार से अब जनता ऊब चुकी है। यही हाल दिग्विजय से सरकार कथा जिसे जनता ने 15 वर्ष सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया था शायद अब शिवराज सरकार की बारी है।
काठ का पुतला बना विपक्ष
सिंगरौली में जहां आम नागरिक बिजली पानी से काफी परेशान हैं वहीं विपक्ष की भूमिका निभाने वाली कांग्रेस, बसपा ,आम आदमी पार्टी कहां है वैसे तो महंगाई एवं अन्य मांगों को लेकर अन्य पार्टियों धरना प्रदर्शन कर रही हैं क्योंकि उनके पास इनवर्टर जंग लेटर उपलब्ध है लेकिन आम नागरिकों के पास क्या है । दरअसल कटौती का खेल ग्रामीण अंचलों में जारी है जहां की जनता बिजली की लेकर काफी परेशान है दिन भर दुकानों में गर्मी से परेशान रहते हैं तो रात में बच्चों के साथ जागरण करते रहते हैं और बिजली का बिल देख उपभोक्ताओं के माथे पर पसीना छूट जाता है ,शिवराज सरकार अभी भी होश में आ जाए अन्यथा सिवनी की जनता बख्शेगी नहीं।
पटरी पर आई बिजली, या पटरी से उतरी
यहां तक की भाजपा के कार्यकर्ता भी कहने से नहीं हिचकिचा रहे हैं की बरसात के कारण बिजली गुल हो रही है उन्हें कहने में भी शर्म नहीं आती की अभी बरसात शुरू ही नहीं हुई है। यह तो नजारा बरसात के पहले का है बरसात में क्या होगा यह तो ईश्वर ही जाने। दिल्ली से आंधी चलती है तो सिवनी की बिजली गुल पता नहीं शिवराज सरकार द्वारा कौन सा यंत्र लगवा दिया गया है । इतना तो सत्य है भाजपा सरकार जो भी मनमानी करें भक्त पक्ष में भजन कीर्तन गाने लगते हैं अगर यही हाल रहा तो भक्त किस मुंह से वोट मांगेंगे। यह हाल जब शहर का है तो गांव में क्या होगा। बड़ी बड़ी डींगें हाँकने से बेहतर होगा कि बिजली की समस्या से लोगो को निजात दिलाने का पहल करे नही तो आने वाले चुनाव में परिणाम भुगतना पड़ सकता है।