सिवनी: सिवनी शहर के केवटी वार्ड निवासी एक व्यक्ति ने अपनी महिला मित्र द्वारा बात करना बंद कर देने पर उसे फंसाने के लिए खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच दी। पुलिस की जांच में सच्चाई सामने आ गई और अपहरण की झूठी कहानी रचने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
फर्जी अपहरण की योजना
कोतवाली थाना प्रभारी सतीश तिवारी ने बताया कि रीतेश कश्यप नामक व्यक्ति की एक महिला के साथ मित्रता थी। बाद में जब महिला ने रीतेश से बात करना बंद कर दिया, तो रीतेश ने बदला लेने के उद्देश्य से महिला को फंसाने के लिए फर्जी अपहरण की साजिश रची।
उसने अपनी पत्नी के मोबाइल पर फोन कर बताया कि उसका कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया है और अपहरण करने वालों में उस महिला का भी नाम लिया, जिसके साथ उसकी पहले मित्रता थी।
पुलिस की जांच और सच्चाई का पर्दाफाश
जब पुलिस को इस घटना की शिकायत मिली, तो संबंधित महिला को बुलाकर उसके बयान लिए गए। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए रीतेश के मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की और उसे नगझर के पास पकड़ा। जिस तरह से रीतेश ने घटनाक्रम का वर्णन किया, वहां पर ऐसी कोई स्थिति नहीं पाई गई। रीतेश ने दिखावे के लिए खुद पर कीचड़ लगाया हुआ था, लेकिन उसकी गाड़ी में कीचड़ के कोई निशान नहीं मिले।
रीतेश की साजिश का खुलासा
पुलिस को शक होने पर रीतेश से गहन पूछताछ की गई, जिसमें पूरी कहानी झूठी साबित हुई। रीतेश ने स्वीकार किया कि वह अपने मोहल्ले में रहने वाली एक महिला को फंसाना चाहता था और इसी उद्देश्य से उसने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची थी।
यह घटना समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है कि किसी भी व्यक्ति को अपनी निजी समस्याओं को हल करने के लिए झूठ और फर्जीवाड़े का सहारा नहीं लेना चाहिए। पुलिस ने इस मामले में सच्चाई का पर्दाफाश कर दिया और दोषी व्यक्ति को उसके कृत्य के लिए सजा दिलाई।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि कानून और व्यवस्था को धोखा देना आसान नहीं है और ऐसे कृत्यों का अंत हमेशा पकड़े जाने और सजा मिलने पर ही होता है। यह सभी के लिए एक चेतावनी है कि किसी भी स्थिति में न्याय और सत्य का मार्ग ही सबसे सही होता है।