सिवनी,धारनाकला (एस.शुक्ला.): शासन की महती योजनाओ और पंचायत को प्राप्त होने वाली आय एवं लोगो को शासकीय योजना से जोडकर लाभ दिलाने वाली महती योजनाओ को किस तरह पलीता लगाया गया है. यह सबकुछ बरघाट जनपद के अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत धारनाकला मे देखा जा सकता है. जहा मूलभूत सुविधाऐ कैसे संचालित हो रही है यह सबकुछ यहा देखा जा सकता है.
नल जल योजना की राशि मे बन्दर बाँट
उल्लेखनीय है की धारनाकला मे वर्षो से नल जल योजना संचालित है और सैकड़ो की तादाद मे यहा नल जल योजना के कनेक्शन से पंचायत को टेक्स के रूप मे आय प्राप्त होती है.
किन्तु ग्राम से नल योजना के नाम पर वसूली गई राशि का पंचायत मे वर्षो से हिसाब नही है और और उपरोक्त वसूली की राशि को किस तरह बन्दर बाट किया गया है यह सब यहा देखा जा सकता है जिसका कोई भी हिसाब अथवा लेखा जोखा पंचायत मे नही है.
महिला समूह ने खोली पल जल योजना वसूली की हकीकत
वैसे तो धारनाकला मे नल जल योजना का संचालन वर्षो से पंचायत के हाथो मे था किन्तु जैसे ही नलजल योजना के संचालन और नल जल की वसूली की जिम्मेदारी महिला समूह के हाथो मे पहुची वैसे ही नलजल योजना मे हुऐ भ्रष्टाचार और बन्दर बाट की कहानी जनता के सामने आ गई.
चूंकि एक वर्ष से कम समय मे ही महिला समूह के द्वारा नल जल योजना की वसूली मे एक लाख रूपये से अधिक की राशि वसूली के तौर पंचायत मे जमा कर दी गई और पंचायत को जनता को आय के स्रोत से अवगत भी करा दिया किन्तु वर्षो सै पंचायत के द्वारा नल जल योजना का संचालन करने के बाद वसूली की गई राशि का कोई भी लेखा जोखा नही है.
जबकि नल जल योजना के संचालन के लिये एवं वसूली के लिये धारनाकला पंचायत मे बकायदा कर्मचारी नियुक्त है जिसे लाखो रुपये का भुगतान भी पंचायत खाते से किया जा चुका है किन्तु नल जल योजना वसूली की लाखो रुपये की राशि का लेखा जोखा पंचायत से नदारद है
पाच कर्मचारी और एक चपरासी फिर भी पंचायत बेहाल
कहने को तो धारनाकला पंचायत के सुचारू संचालन के लिये पंचायत मे सचिव रोजगार सहायक लेखापाल नलचालक सहित एक चपरासी मौजूद है जिनको पंचायत खाते से प्रति माह भुगतान किया जाता है.
किन्तु पंचायत का संचालन और पंचायत की आय कैसे होगी इस दिशा मे आज तक इस ओर सम्बन्धित अधिकारियो का ध्यान कभी नही गया ठीक इसके विपरीत जिन मदो से अथवा ग्राम मे संचालित आय के स्रोत से जुडे जैसे बैठकी बाजार ठेका की राशि भवन किराया नल जल योजना पंचायत टेक्स आदि से वसूली गई राशि के लेखा जोखा भी पंचायत मे नही है.
जबकि इस सम्बन्ध मे अनेको बार पंचायत से जानकारी के साथ शिकायत भी की गई किन्तु इनके कानो मै प्रशासनिक ढील के चलते कानो मे जू तक नही रेगी है.
लगभग पूरा गाव गरीबी रेखा मे
उल्लेखनीय है की धारनाकला मे लगभग 750 सात सौ पचास परिवार सख्या है किन्तु जहा तक बात करे शासन से जुडी योजनाओ के लाभ की तो पंचायत ने लगभग पूरे गाव के लोग को ही गरीबी रेखा कर्मकार मंडल के कार्डो से जोडकर दिया है और यही कारण है की धारनाकला मे अपात्र और शासकीय सेवक जिनकी मासिक वेतन पचास हजार रूपये से उपर है.
ऐसे लोग एक रूपये किलो का अनाज राशन दुकान से प्राप्त करते हुऐ शासकीय योजनाओ को पलीता लगा रहे है यही जिनके पास लाखो की सम्पति और आलीशान मकान टू व्हीलर से लेकर फोर व्हीलर वाहन है उन लोगों को भी एक रूपये किलो के अनाज के साथ शासकीय योजनाओ का लाभ मिल रहा है और जो वास्तविक मे पात्र और अति गरीब है ऐसे लोग आज भी शासन की योजनाओ से वंचित है.
सीएम हेल्प लाइन सिर्फ औपचारिकता
यहा यह भी उल्लेखनीय है की मध्य प्रदेश सरकार की सी एम हेल्प लाइन 181 भी सिर्फ औपचारिकता के कुछ नही क्योकि जब सम्बन्धित अधिकारियो के द्वारा कोई कार्रवाई न हो तो सी एम हेल्प लाइन मे शिकायत दर्ज करवाई जाती है किन्तु आज तक 181मे शिकायत करने के बाद कोई कार्रवाई बरघाट जनपद मे नही की गई है सिर्फ शिकायत वापस लेने के लिये विभाग द्वारा दबाव बनाकर शिकायत वापस करवाई जाती है न ही शिकायत पर जांच होती है और न ही कार्रवाई ऐसे मे यह सेवा भी एक मात्र दिखावा के कुछ नही है.
नही हुआ पंचायत का प्रभार
यहा यह भी उल्लेखनीय है की पंचायत चुनाव को सम्पन्न हुऐ महीने बीत गये किन्तु जहा तक यहा के प्रभार की बात करे तो सचिव के द्वारा यह कार्रवाई अब तक नही की गई है जबकि यह बात पंचायत के सभी अधिकारीयो के संज्ञान मे है किन्तु इस ओर भी ध्यान न दिया जाना समझ से परे है जिले के नवागत संवेदन शील जिला कलेक्टर क्या इस ओर ध्यान दे कार्रवाई करेगे ऐसी जन अपेक्षा है
इनका कहना
शिकायत पर विधिवत रूप से जांच की जायेगी इस सम्बन्ध मे सी एम हेल्प लाइन मे भी शिकायत दर्ज है
युधिष्ठिर नाग “विकास विस्तार अधिकारी जनपद पंचायत बरघाट”