धारनाकला (एस.शुक्ला): बरघाट जनपद की ग्राम पंचायत अखीवाडा मे लगभग पाच हेक्टेयर भूमि पर लगभग सोलह सौ पौधे सफलता के साथ लहलहा रहे है और आने वाले समय मे यही पौधे फलदार होने के साथ ही पंचायत की आय मे भी बढोत्तरी करेगे इससे भी इन्कार नही किया जा सकता है.
उल्लेखनीय है शासन द्वारा करोडो रुपये की राशि वृक्षारोपण के नाम पर खर्च की जाती है जिसकी जिम्मेदारी भी पंचायतो को सौपी जाती है जिसमे मनरेगा की राशि से वृक्षारोपण किया जाता है जिसमे शासन के मापदंड के अनुसार 250 पौधे की एक यूनिट बनाई जाती है तथा पांच वर्ष मे इन पौधो के रख रखाव तथा पौधो को जीवित रखने के लिये तीन लाख पैंतीस हजार रूपये भी मनरेगा से व्यय किया जाता है
जिसमे पौधो के लालन पालन के लिये पंचायत से पौध रक्षक भी नियुक्त किया जाता है जो पाच वर्ष तक पौधो की देखभाल करते हुए उन्हे सुरक्षित रखने का प्रयास करता है
ग्राम पंचायत सचिव नासिर खान एव सरपच ललिता पन्द्रे ने बताया की दो सौ पचास पौधे की यूनिट पर समय समय पर मनरेगा से पौध रक्षक को भुगतान भी किया जाता है तथा शासन के नियमानुसार जब वृक्षारोपण सफल हो जाए और फल देने लगे तो पौध रक्षक को भी वृक्षारोपण से प्राप्त आय का आधा हिस्सा और आय प्राप्त होगी तथा आधी आय पंचायत को होगी जिसका अनुबन्ध भी पंचायत द्वारा किया गया है पौध रक्षक ज्योति चौधरी ने भी बताया की वे लगातार यहा अपनी सेवाए देते आ रहे है और लगाये गये पौधो की देखरेख वे लगातार पाच वर्ष से कर रहे है
यहा यह भी उल्लेखनीय है पूरे जिले के सभी विकास खंडो मे वृक्षारोपण के नाम पर करोडो रूपये मनरेगा से व्यय हुआ है तथा 250 पोधौ की बनाई गई यूनिट पर शासन की राशि भी करोडो मे खर्च हुई है किन्तु वृक्षारोपण कितना सार्थक हुआ है
यह जानने की कोशिश भी सम्बन्धितो द्वारा कभी नही की गई यही कारण है की बहूत कम पंचायतो शासन का यह वृक्षारोपण जमीन पर न दिखकर कागज़ो मे दिख रहा है और पौध रक्षक के नाम पर लाखो रूपये भी खर्च हो चुके है कुछ पचायतो मे तो यह भी देखने मे आया है जो पौध रक्षक नियुक्त किये गये थे
उन्हे ही पता नही की वे पौध रक्षक है और उनके नाम पर मनरेगा से भुगतान भी हुआ है अभी वर्तमान मे भी शासन के दिशा निर्देश पर पंचायतो मे वृक्षारोपण सम्पन्न हो रहा है और पौधे भी रोपित किये जा रहे है किन्तु इनके रख रखाव पर जो राशि खर्च की जाती है इस ओर ध्यान देने की जरूरत कोई नही समझता
बरघाट जनपद के अन्तर्गत ग्राम पौनार कला और अखीवाडा मे किस तरह पौधा रोपण को साकार किया गया है यह हकीकत मे मौके पर देखा जा सकता है जहा पौध रक्षको की मेहनत से बंजर जमीन पर आज हरियाली हरियाली ही नजर आ रही है ग्राम अखीवाडा की 1250पौधो की यूनिट पर सोलह सौ पौधो से हरियाली नजर आ रही है जो वर्ष 2017 मे वृक्षारोपण अभियान मे रोपित किये गये 1250पौधो की प्रजाति मे आम आवला जामुन शीशम नीम जयमगल पुत्राजीवा बांस तथा तिनसा के पौधे वृक्ष मे परिवर्तित हो चुके है और पौध रक्षक के साथ साथ पंचायत को आय से जोड देगे