सिवनी, धारनाकला (एस. शुक्ला): संत शिरोमणि मन्दिर निर्माण हेतु समरसता यात्रा के तहत आज धारनाकला में भव्य शोभायात्रा के साथ धारनाकला में रविदास मंदिर प्रांगण में संत रविदास की पादुका पूजन करते हुए यात्रा को सम्पन्न किया गया और यात्रा अपने गंतव्य स्थान की ओर रवाना हो गई।
जीवन परिचय पर दिए वक्तव्य। समरसता यात्रा के तहत पवार समाज के जिला अध्यक्ष टेमरे जी ने संत रविदास के जीवन पर अपने वक्तव्य में कहा कि संत रविदास भारत में 15वीं शताब्दी के एक महान संत, दर्शन शास्त्री, कवि, समाज सुधारक और ईश्वर के अनुयायी थे।
वे संत समाज में एक चमकते नेतृत्वकारी, कर्ता और प्रसिद्ध व्यक्ति थे और भारतीय भक्ति आंदोलन को नेतृत्व देते थे और सामुदायिक सामाजिक लोगों में सुधार के लिए अपने कविता लेखनी के जरिए इन्होंने समाज को सन्देश भी दिया है। इसी कारण वे सामाजिक तथा आध्यात्मिक जरूरतों को पूरा करने वाले मसीहा के रूप में थे। गुरु रविदास अथवा रैदास मध्यकाल में एक भारतीय संत, कवि, सतगुरु थे।
समरसता यात्रा में आलोक दुबे तथा मीना बिसेन ने कहा कि सागर के मकरोनिया से सटे बडतूमा में 100 करोड़ की लागत से 11 एकड़ जमीन पर संत रविदास महाराज के मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है, जिसका भूमि पूजन कार्यक्रम 12 अगस्त को आयोजित किया गया है।
इसी संबंध में यह समरसता यात्रा निकालकर एकता का परिचय दिया जा रहा है और पादुका पूजन के साथ गंगा जल तथा मिट्टी की पूजन कर कार्यक्रम की यह समरसता यात्रा विशाल जनसमुदाय के पूरे छेत्र के भ्रमण हेतु आगे बढ़ी। इस अवसर पर और यात्रा में विशेष रूप से भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक दुबे, पूर्व विधायक कमल मरशकोले, अशोक तेकाम, विजय राहगडाले, तूमेश बोपचे, नरेश वरकडे, श्याम कुमार सहित सैकड़ों की तादाद में जनसमुदाय सम्मिलित रहे।