Seoni News: सिवनी (Seoni) जिले का यह महा घोटाला आपको जरूर हैरान कर देगा, सिवनी जिले के केवलारी राजस्व विभाग में आरबीसी 6-4 (RBC 6-4) के किसी प्रकार की प्राकृतिक आपदा (Natural Calamity) में शिकार होने वाले लोगों या मृतक के परिवार जनों को जो राशि राहत राशि के रूप में दी जाती है उस राशि में विभाग द्वारा लगभग 11 करोड़ रुपयों के महा घोटाले का मामला प्रकाश में आया है.
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि विभाग में 279 जिंदा लोगों को मौत के घाट उतारकर (जिन्दा लोगों को मृत बताया) 11 करोड़ 16 लाख रुपये का महा घोटाला हुए है, सिवनी जिले के केवलारी राजस्व विभाग में बड़े गबन का मामला सिर्फ जिले ही नहीं प्रदेश में सुर्ख़ियों में बना हुआ है.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस 11 करोड़ रुपयों के महा घोटाले का जैसे ही पर्दा फाश हुआ उसके तुरंत बाद ही सिवनी के केवलारी तहसीलदार हरीश लालवानी ने इस पूरे मामले में विवेचना शुरू करने के निर्देश भी दे दिए हैं.
इसके साथ ही केवलारी भाजपा विधायक राकेश पाल (Keolari MLA Rakes Pal Singh) ने भी इस पूरे महा घोटाले में पुलिस और सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है.
समाचार लिखे जाने तक प्राप्त जानकारी के अनुसार इस 11 करोड़ रुपयों के महा घोटाले में केवलारी के तहसीलदार द्वारा निर्देश दिए जाने के बाद केवलारी पुलिस ने केवलारी थाने में सहायक ग्रेड -3 कर्मचारी सचिन दहायत (Sachin Dahayat) के खिलाफ तुरंत ही मामला दर्ज किया गया.
जानकारी के अनुसार जैसे ही इस 11 करोड़ के महाघोटाले की खबर मेडी में आई वैसे ही पुलिस द्वारा बनाए गए आरोपी मौका देख फरार हो गया.
सिवनी में 11 करोड़ का घोटाला: आरोपियों के खाते खंगाल रही पुलिस
समाचार लिखे जाने तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सिवनी जिले के केवलारी तहसील कार्यालय में पदस्थ उक्त कर्मचारी जिसपर पुलिस द्द्वावारा मामला कायम किया गया है उसके द्वारा करीब 279 जिंदा लोगों को कागज़ में मुर्दा अनुचित रूप से लाभ दिलाया गया है.
इस पूरे मामले में पुलिस ने भी पूछताछ शुरू कर दी है हाल फिलहाल में पुलिस इन सभी के बैंक खाते खंगालने में जुट गई है. फिलहाल, राजस्व और पुलिस अधिकारियों ने इस पूरे मामले में मिडिया को मामला विवेचना में होने का हवाला देकर किसी भी प्रकार की कोई जानकारी देने साफ़ इनकार कर दिया है
घोटाले में कई लोगों के शामिल होने की आशंका
केवलारी विधायक राकेश पाल सिंह (Keolari MLA Rakesh Pal Singh) ने जानकरी देते हुए बताया कि यह काम किसी एक व्यक्ति या कर्मचारी का नहीं है, इतने बड़े घोटाले में बहुत से लोग शामिल हैं. इस मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में लाकर केस की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी. साथ ही, उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.