धारनाकला (सुनीता शुक्ला): शासन की महती जनकल्याण कारी योजना को किस तरह पलीता लगाकर धन से सम्पन्न परिवार लाभ ले रहे है इसका नजारा और हकीकत धारना कला मे देखा जा सकता है
जहा शासकीय सेवा मे कार्य रत कर्मचारी भी एक रुपये किलो मे मिलने वाले राशन का लाभ खुलेआम ले रहे है धारना कला मे वैसे तो 2539 मतदाता तथा लगभग 750 परिवार निवास करते है किन्तु राशन दुकानो से मिलने वाले गरीबी रेखा के राशन मे 2633 सदस्य तथा लगभग 650 राशन कार्ड धारी इस महती योजना का लाभ ले रहे है
किन्तु हकीकत मे जब इसकी सच्चाई देखी गई तो आज पात्र हितग्राही जिन्हे प्रधान मंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ मिलना चाहिये वे आज भी इससे कोसो दूर है वही दूसरी तरफ इस महती शासन की योजना का लाभ अमीर तथा धन से सम्पन्न व्यक्तियो के साथ शासकीय सेवा मे पदस्थ जो महीने की 50000 से 60000 मासिक वेतन पास रहे है वे भी इसका लाभ ले रहे है
जबकि वास्तविक गरीब आज भी इस योजना के लाभ से वंचित है और जिनके पास लाखो करोडो की सम्पति है वे इस योजना का लाभ प्रशासन की नाक के नीचे ले रहे है इस लाभ के साथ साथ गरीबी रेखा और अन्त्योदय राशन कार्ड के बल पर पंचायत से जुडी अनेको योजनाओ का लाभ भी लेने से बाज नही आ रहे है
वैसे तो गरीबी रेखा के कार्ड को जारी करने मे जो नियम निर्धारित है उन पर गौर करे तो इस नियम मे भूमि मकान की स्थिति कच्चा है या पक्का शैक्षिक योग्यता का स्तर भोजन की उपलब्धता घरेलू उपकरण शौचालय रोजगार का साधन आदि अनेको नियम है किन्तु इन नियमो को दरकिनार कर ऐसे लोगो को शासन की अतिकलयाण कारी योजना से जोड दिया गया
जिनके पास लाखो का व्यापार आलीशान लाखो का मकान दो पहिया से लेकर चार पहिया वाहन तथा आवश्यकता की सभी उपकरण मौजूद है और परिवार मे सदस्य तथा पत्नि शासकीय सेवा मे कार्य रत होते हुये हजारो रूपये की वेतन पास रही है
यहा यह बताना भी लाजिमी है कि इस महती योजना का लाभ पाने के लिये लोगो ने ग्राम पंचायत से विभाजन की कार्यवाही करते हुये अपनी आइ डी भी अलग करवा ली है
किन्तु हकीकत मे पूरा परिवार एक साथ रहकर अपना गुजर बसर कर रहा है तथा एक ही परिवार मे लोगो के अनेको राशन कार्ड बन चूके है तथा आज भी जो वास्तविक मे इस योजना की पात्रता रखता है और गरीब है वो आज भी गरीबी रेखा का कार्ड बनवाने के लिये ग्राम पंचायत के चक्कर लगा रहा है इससे बडी विसंगती क्या हो सकती है
जहा शासकीय सेवक भी एक रुपये किलो के अनाज के साथ साथ प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त का अनाज राशन दूकानो से ले रहे है और सबसे बडी हकीकत तो यह है कि राशन दुकानो मे चौपाये वाहन और दो पहिया महगी गाडीयो से राशन लेने गरीब पहुच रहे है क्या ऐसे फर्जी राशन कार्ड की जाच कर वास्तविक गरीब को लाभ पहुंचाने मे प्रशासन कोई सटीक कार्य वाही करेगा यह तो आने वाला समय ही बतायेगा
यही नही इस योजना का लाभ लेने के लिये लोगो ने ग्राम पंचायत से कर्म कार मडल के भी भारी पैमाने पर कार्ड बनवा रखे है जबकि वास्तविक ता मे ये पात्रता नही रखते पर कर्मकार मडल के राशन कार्ड जारी हो गये
इनका कहना
ऐसे लोगो की जानकारी जो इस योजना की पात्रता नही रखते पंचायत सचिव को एस डी एम तहसील दार को देनी चाहिये जिससे शासन का लाभ पात्र व्यक्ति को मिल सके
के पी एस मरावी फुड अधिकारी सिवनी