सिवनी: मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में शासन द्वारा जारी नए आदेश के अनुपालन में अंतर्राज्यीय एकीकृत परिवहन जाँच चौकी खवासा का संचालन बंद कर दिया गया है। यह आदेश मध्यप्रदेश शासन परिवहन विभाग मंत्रालय, वल्लभ भवन भोपाल के आदेश क्रमांक 925/1429257/2023/आठ – भोपाल, दिनांक 30.06.2024 के आधार पर जारी किया गया है। इस आदेश के तहत 01 जुलाई 2024 से चेक पोस्ट का संचालन बंद कर दिया गया है।
कलेक्टर और अन्य अधिकारियों का निरीक्षण
कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन के निर्देशानुसार, अपर कलेक्टर श्री सी.एल. चिनाप, एडिशनल एस.पी. श्री जी.डी. शर्मा, अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री देवेश बाथम, और प्रभारी रोड सेफ्टी एवं इंफोर्समेंट चैकिंग पॉइंट श्री रत्नाकर उइके द्वारा बंद परिवहन जाँच चौकी खवासा का औचक निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने रोड सेफ्टी और इंफोर्समेंट चैकिंग पॉइंट तथा मोबाइल यूनिट के लिए स्थल चयन किया और प्रवर्तन अमला को दिशा-निर्देश प्रदान किए।
परिवहन विभाग के निर्देश
परिवहन विभाग के निर्देशों के अनुसार, सिवनी जिले के खवासा क्षेत्र में स्थित अंतर्राज्यीय चेक पोस्ट को बंद करने का मुख्य उद्देश्य परिवहन प्रक्रिया को सरल और सुचारू बनाना है। इस निर्णय के बाद, यात्री और मालवाहक वाहनों को बिना किसी अवरोध के अंतर्राज्यीय सीमा पार करने की अनुमति होगी।
चेक पोस्ट बंद होने के लाभ
चेक पोस्ट बंद होने से कई लाभ होंगे। सबसे पहले, यह परिवहन में लगने वाले समय को कम करेगा और यात्रियों को बेवजह की देरी से निजात दिलाएगा। इसके अलावा, व्यापारियों को भी अपना माल तेजी से गंतव्य तक पहुँचाने में आसानी होगी। यह कदम राज्य के आर्थिक विकास में सहायक सिद्ध होगा क्योंकि वस्तुओं का परिवहन सुगमता से हो सकेगा।
रोड सेफ्टी और इंफोर्समेंट की भूमिका
हालांकि चेक पोस्ट को बंद कर दिया गया है, परंतु रोड सेफ्टी और इंफोर्समेंट चैकिंग पॉइंट और मोबाइल यूनिट की स्थापना के माध्यम से सुरक्षा और नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। इन इकाइयों का मुख्य कार्य सड़कों पर यातायात नियमों का पालन कराना और वाहनों की नियमित जांच करना होगा।
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने इस निर्णय का स्वागत किया है। उनका मानना है कि इस कदम से समय और संसाधनों की बचत होगी और व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी। कई व्यापारियों ने इस निर्णय को सकारात्मक रूप में देखते हुए कहा कि इससे परिवहन खर्चों में कमी आएगी और माल की डिलीवरी समय पर हो सकेगी।
भविष्य की योजनाएँ और दिशा-निर्देश
आने वाले समय में, सरकार और परिवहन विभाग अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार के सुधारात्मक कदम उठाने की योजना बना रहे हैं। उनका उद्देश्य परिवहन प्रणाली को अधिक प्रभावी और सुविधाजनक बनाना है। इसके लिए, नई तकनीकों और प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा ताकि यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके।