Seoni News: आदेगांव पुलिस को शुक्रवार को लखनादौन के सिविल अस्पताल से सूचना मिली कि मिशन इनवाती (उम्र 60 वर्ष, निवासी ग्राम चिपकना) को गंभीर चोटें आई थीं, जो मारपीट के दौरान लगी थीं। मिशन इनवाती को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू की।
मिशन इनवाती ने 26 सितंबर को अपने पुत्र विनोद इनवाती (उम्र 40 वर्ष) को किसी काम न करने पर डांट लगाई थी। इस डांट-फटकार के कारण दोनों के बीच विवाद हुआ, जिसमें विनोद ने अपने पिता को जान से मारने की धमकी दी थी।
बीती रात लगभग 12:00 बजे, जब मिशन इनवाती सो रहे थे, विनोद ने अचानक उन पर गैती के बैत (डंडे) से हमला कर दिया। यह हमला इतना गंभीर था कि उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं। मिशन इनवाती को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल लखनादौन ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
आदेगांव पुलिस की कार्रवाई
शिकायतकर्ता की रिपोर्ट पर आदेगांव पुलिस ने अपराध क्रमांक 267/24 के तहत धारा 103(1) और 351(3) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और अपराधी की तलाश में जुट गई।
कुछ ही समय बाद पुलिस ने आरोपी विनोद इनवाती को, जो मक्का की फसल में छिपा हुआ था, गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे हिरासत में भेजा गया।
पुलिस की टीम और जांच में शामिल अधिकारी
इस पूरे मामले की जांच और गिरफ्तारी में थाना प्रभारी उनि. पूजा चौकसे और उनकी टीम की अहम भूमिका रही। साथ ही, सउनि. राजेश सक्सेना, सउनि. रजनीकांत दुबे, मप्रआर. 408 सिराजो खान, आर. 620 जयप्रकाश उईके, आर. 516 ज्योतोश्वर, और आर. 556 शैलेन्द्र परते भी इस जांच में सक्रिय रूप से शामिल रहे।
अपराध के सामाजिक और कानूनी पहलू
इस घटना ने न केवल आदेगांव में बल्कि पूरे क्षेत्र में गहरा आघात पहुंचाया है। जिस प्रकार पुत्र ने अपने पिता के साथ मारपीट कर उनकी हत्या की, यह समाज के नैतिक पतन की ओर इशारा करता है। इस तरह की घटनाएं समाज में परिवारिक ताने-बाने को तोड़ने का काम करती हैं।
परिवारिक विवाद और उसकी गहराई
परिवारिक विवादों के कारण होने वाले अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है। विनोद और मिशन इनवाती के बीच विवाद केवल एक छोटे से मुद्दे पर शुरू हुआ, लेकिन इसके नतीजे ने एक परिवार को विनाश की ओर धकेल दिया। यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि किस प्रकार छोटे विवाद बड़े अपराधों का रूप ले सकते हैं।
न्यायिक प्रक्रिया और समाज में शांति बहाली
इस घटना के बाद आदेगांव पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और न्यायिक प्रक्रिया शुरू कर दी। अब समाज और परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि समाज में इस प्रकार के मामलों की पुनरावृत्ति न हो।
इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन को भी सतर्कता बरतनी होगी ताकि ऐसे अपराधों की रोकथाम की जा सके। परिवारों को भी अपने विवादों को आपसी बातचीत से सुलझाने की दिशा में प्रयास करने चाहिए।