Seoni News :सिवनी जिले में एक 63 वर्षीय बुजुर्ग का सोशल मीडिया के माध्यम से हनी ट्रैप का शिकार होने का मामला सामने आया है। इस धोखाधड़ी में अज्ञात व्यक्तियों ने बुजुर्ग से 17 लाख रुपये से अधिक की ठगी की है। जब पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ, तो उसने गुरुवार को कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी एक महिला से ऑनलाइन धोखाधड़ी कर 13 लाख रुपये ठगे गए थे।
घटना का पूरा विवरण
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 8 जून को पीड़ित बुजुर्ग के व्हाट्सएप पर एक वीडियो कॉल आया। इस कॉल में बुजुर्ग को अश्लील बातचीत में उलझाकर उसके कपड़े उतरवाकर उसका वीडियो बना लिया गया। इसके बाद 13 जून को एक व्यक्ति ने खुद को साइबर इंस्पेक्टर बताते हुए बुजुर्ग को कॉल किया और धमकाया कि उसका अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसे हटाने के लिए बुजुर्ग से 95 हजार रुपये मांगे गए। बुजुर्ग ने घबराकर राशि ट्रांसफर कर दी।
धमकियों का सिलसिला
इसके बाद से धमकियों का सिलसिला शुरू हो गया। हर बार अलग-अलग लोग विभिन्न सरकारी अधिकारियों के रूप में कॉल कर बुजुर्ग से और पैसे मांगते रहे। अंततः, उनसे कुल 17.86 लाख रुपये ठग लिए गए। आरोपियों ने उन्हें गिरफ्तार करने और उनके मकान पर बुलडोजर चलाने की धमकी भी दी। इसके अलावा, उन्हें एक “लड़की के सुसाइड नोट” में नाम आने का डर दिखाकर और पैसे वसूल किए गए।
फर्जी नोटिस और आत्महत्या की धमकी
कोतवाली थाना प्रभारी सतीश कुमार तिवारी ने बताया कि बुजुर्ग को बताया गया कि उनके खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएट की ओर से नोटिस जारी किया गया है। इस नोटिस को खत्म करने के लिए उनसे 10 लाख रुपये वसूले गए। इसके बाद 20 जून को फिर से बुजुर्ग को कॉल आया, जिसमें कहा गया कि जिस लड़की के साथ उनका अश्लील वीडियो बनाया गया था, उसने आत्महत्या कर ली है। कथित तौर पर उस लड़की के पास मिले सुसाइड नोट में बुजुर्ग का नाम लिखा हुआ था। इससे बुजुर्ग और भी डर गए और ठगों ने इसका फायदा उठाकर उनसे और पैसे ठग लिए।
सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता
इस प्रकार की धोखाधड़ी की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं, और इनसे बचने के लिए समाज में जागरूकता की आवश्यकता है। बुजुर्गों को इस प्रकार की ठगी से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए। यदि उन्हें किसी प्रकार की संदिग्ध कॉल या संदेश प्राप्त होते हैं, तो उन्हें तुरंत अपने परिवार के सदस्यों या पुलिस से संपर्क करना चाहिए।
सोशल मीडिया के दुष्परिणाम
आजकल के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग बढ़ता जा रहा है। जहां एक ओर ये प्लेटफॉर्म जानकारी का एक अच्छा स्रोत हैं, वहीं दूसरी ओर इनमें कई धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। लोगों को चाहिए कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से संपर्क करते समय सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी सतीश कुमार तिवारी का कहना है कि पुलिस आरोपियों की पहचान के लिए तेजी से काम कर रही है। बुजुर्ग के साथ हुए इस धोखाधड़ी के मामले में जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
सिवनी जिले में हुए इस मामले ने समाज के लिए एक गंभीर संदेश दिया है। यह घटना हमें बताती है कि हमें सोशल मीडिया का उपयोग करते समय कितनी सावधानी बरतनी चाहिए। अगर हम सतर्क रहें और एक-दूसरे को जागरूक करें, तो हम इस प्रकार की धोखाधड़ी से बच सकते हैं।