(एस.शुक्ला): बरघाट जनपद के अन्तर्गत ग्राम पंचायत जनमखारी के सरपंच के खिलाफ जनमखारी के धर्मेन्द्र पटले पिता पैकराम एवं देवेन्द्र पिता सेवकराम के द्वारा शिकायत दर्ज करते हुऐ कहा गया था की सरपंच के द्वारा उसके निजी हक की भूमि पर लगे वृक्षो को बिना सूचना के काट दिया गया है. उपरोक्त शिकायत के आधार पर तहसीलदार बरघाट के निर्देश पर आर आई एवम पटवारी तथा राजस्व अमले के द्वारा सीमांकन किया गया तथा ग्रामीण जनो की उपस्थिति मे जाच की गई.
शिकायत पाई गई निराधार
आज मौके पर पहूचे राजस्व निरिक्षक तुरकर जी के द्वारा बताया गया की शिकायत कर्ता के द्वारा की गई शिकायत निराधार एवम झूठी है चूकि जिस भूमि पर पेड कटे है उपरोक्त भूमि राजस्व एवं पी डब्ल्यू डी सीमा से लगी हुई है तथा शिकायत कर्ता के खेत का भी सीमांकन किया गया
जिसमे पाया गया उसके निजी मे लगे वृक्ष नही काटे गये है तथा जो पेड काटे गये है वे पेड सूख चुके है मौके पर पटवारी तथा राजस्व निरिक्षक के द्वारा सीमांकन करते हुऐ ग्रामीणो की मौजूदगी मे पंचनामा तैयार करते हुऐ रिपोर्ट तैयार की गई है.
प्रशासन को किया जा रहा है गुमराह
मौके पर उपस्थित सरपंच निधि मडावी उपसरपंच चन्द्र किशोर कटरे ग्राम विकास समिति अध्यक्ष राजेन्द्र सिह परिहार तथा जल प्रबंधन समिति अध्यक्ष तथा ग्राम वासियों ने बताया की ग्राम पंचायत के द्वारा समस्त शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने हेतू सीमांकन कराते हुऐ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाना है
जिसमे ग्राम के कतिपय कुछ लोगो के द्वारा ग्राम पंचायत को कार्य करने से बाधित किया जा रहा है तथा मीडिया को भी गलत जानकारी देकर झूठी खबर देकर प्रशासन को भी गुमराह किया जा रहा है जिसमे आज पटवारी एवं राजस्व निरिक्षक अधिकारी के द्वारा जांच करते हुऐ सीमांकन किया गया है जो शिक़ायत झूठी और बेबुनियाद पाई गई है.
यह है मामला
उल्लेखनीय है की ग्राम पंचायत जनमखारी के धर्मेन्द्र एवं देवेन्द्र पटले के द्वारा तहसीलदार बरघाट को शिकायत करते हुऐ आरोप लगाया गया था की सरपंच के द्वारा दुर्भावना के चलते इनके खेत मे लगे 150 पेड़ो को बिना सूचना के कटवा दिया गया है तथा उन्हे किसी भी प्रकार की सूचना तक नही दी गई तथा सरपंच द्वारा पेड कटवा दिये गये है.
वही सरपंच द्वारा यह भी बताया गया की ग्राम मे स्वच्छता अभियान के तहत कार्य किये जा रहे है जिसमे शासन के नियमानुसार वृक्षारोपण का कार्य भी किया जा रहा है और रोड से लगी शासकीय भूमि पर पौधारोपण ग्राम पंचायत के द्वारा किया जाना है और पंचायत का यह विकाश कतिपय कुछ लोगो को रास नही आ रहा है
वे पंचायत के विकास कार्य मे बाधा उत्पन्न करने का कार्य कर रहे है जिससे ग्राम में अशान्ति का माहोल निर्मित हो रहा है और पंचायत के कार्य प्रभावित हो रहे है अत एव ऐसे लोगो पर कार्रवाई होनी चाहिये