सिवनी: मध्यप्रदेश में बीते 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद सिवनी विधानसभा में वर्षों से काबिज होने के सपने देख रही कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है. बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे मोहन सिंह चंदेल को कांग्रेस पार्टी ने अगले 6 सालों के लिए निष्काषित कर दिया है.
कांग्रेस पार्टी के दिग्गजों का मानना है कि मोहन सिंह चंदेल ने इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के विरोधी में लगातार ही काम किया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि मोहन सिंह चंदेल जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रह चुके है.
कांग्रेस के संगठन प्रभारी राजीव सिंह (Rajeev Singh) के हस्ताक्षर से एक पात्र जारी हुआ है, जारी पात्र में साफ़ तौर पर लिखा है कि मोहन सिंह चंदेल को पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने की वजह से कांग्रेस पार्टी से 6 सालों के लिए निष्कासित किया है।
मोहन सिंह चंदेल थाम सकते है भाजपा का दामन!
मोहन सिंह चंदेल के कांग्रेस पार्टी से निष्कासन के बाद चौक चौराहों और पान दुकानों में चर्चाओं का दौर अत्यधिक तेज हो गया है. चौक चौराहों में चल रही चर्चाओं में यह बात सामने आ रही है कि मोहन सिंह चंदेल बहुत ही अच्छे नेता है जिन्होंने बीते विधानसभा चुनाव में दिनेश राय मुनमुन को काफी अच्छी टक्कर दी थी. और यदि वह कांग्रेस से इस विधानसभा चुनाव में उमीदवार होते हो शायद सिवनी विधानसभा से भी कांग्रेस विधायक विधानसभा तक पहुँचता.
चर्चाओं में अब मोहन सिंह चंदेल के भाजपा में शामिल होने की बात भी धीरे से ही सही लेकिन कही जाने लगी है. लोगों का कहना है कि मोहन सिंह चंदेल ऐसे अपना राजनैतिक सफ़र खत्म नहीं करेंगे वो अब जरूर भाजपा में शामिल होंगे.